A cigarette butt solved a 56 year old case : पुलिस ने पुराने केस की फ़ाइल निकली और सुलजाया 56 साल पुराना Rita Karan का केस ।

A cigarette butt solved a 56 year old case : 56 साल पुराना सबूत और आज का साइन्स इन दोनों के मेलसे अनसुलजा Rita Karan का केस सुलज गया । 

तो नमस्कार दोस्तो , 56 साल पहले Rita Karan कत्ल हो जाता है । कातिल का कोई पता नहीं चलता , 56 साल बाद पुलिस कुछ पुराने केसेस को देखती है । और उसमे ये एक केस था तो पुलिस 56 साल पुराने सबूत और आज के साइन्स से 56 साल पुराना अनसुलजे केस को सुलजा लेती है । और ये केस क्या था ,कैसे हुआ और इतने साल बाद कातिल का क्या हुआ ये सब आज की A cigarette butt solved a 56 year old case
कहानी मे ।

कहानिका फ़्लैशबैक ।

उस दौरान में पुलिस की टीम लगातार उस कत्ल की जांच करती है, तफ्तीश करती है। जितनी भी संदिग्ध व्यक्ति थे।उन सबसे पूछताछ होती है। क्राइम सीन से सारे सबूत जमा कर लीए जाते हैं। लोगों से पूछताछ होती है पुलिस की कई कई टीमे ।इस केस में लगा दी जाती है । लेकिन हफ्ता महीना साल, बरसों बीत जाते हैं। लेकिन कातिल का सुराग नहीं मिलता। धीरे धीरे पुलिस भी उदासीन हो जाती है और लगता है की अब इतने बरस बीत गए कहाँ काति ल को ढूंढना।

लेकिन एक चीज़ अच्छी होती है और वह यह कि मौका ए वारदात से जीतने भी सबूत के सबूत जमा किए गए थे। वो बकायदा पुलिस की निगरानी में एक स्टोर रूम में रखे होते है।कातिल का सुराग नहीं मिलता फिर 56 साल बाद कुछ फॉरेन्सिक टीम और उस वक्त के कुछ डिटेक्टिव ।पुराने केसों को खंगालते हैं, तब इस केस पर नजर डालते हैं कि ऐसे कौन कौन से हमारे।

केसेस है जो अभी भी हम, जिनको सुलझा नहीं सके। जिसमें इंसाफ नहीं दिला सके,तो ऐसे बहुत सारे केस आते हैं, उसमें 56 साल पुराना ये कतल का केस भी आता है।केस के ऊपर फिर से नजर डाली जाती है, डिटेक्टिव की टीम लगाई जाती है ।और कहा जाता है कि 56 साल पुराने केस को आब सुलझाने की बारी है।क्योंकि एक चीज़ मौजूद थी और वो थी क्राइम सीन से बरामद तमाम चीजें।

और उन तमाम चीजों में एक बहुत ही छोटी सी चीज़ थी, एक सिगरेट का बट । सिगरेट पीने के बाद किसी ने फेंका था और वो लाश के पास से बरामद हुआ था ।तो डिटेक्टिव की टीम काहा की चलो दोबारा जांच करते हैं और दोबारा जांच शुरू होती है ।

21 फरवरी को वरमोंट पोलीस एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स करती है और 56 साल पुराने कतल के इस केस को सुलझा लेने का दावा करती है और जिंस लड़की का कतल हुआ था, बकायदा उसकी बहन को उस प्रेस कॉन्फ्रेन्स मै बुलाया जाता है और उनके सामने वो सारे सबूत सारी चीजें दिखाई जाती है और साथ ही दिखाई जाती हैं कातिल की तस्वीर।

कातिल का नाम मिल चुका था कातिल के खिलाफ़ तमाम सबूत मिल चूके थे। लेकिन कातिल को पुलिस अब पकड़ नहीं सकती थी।

कहानिकी शुरवात ।

पूरी कहानी शुरू होती है, 1971 मै , एक लड़की 24 साल की है, जिसका नाम था रीटा करण (Rita Karan)।

A cigarette butt solved a 56 year old case

रीटा करण (Rita Karan)

रीटा करण एक अच्छे परिवार से थीं, 1971 में वो अपने घर अपने माँ बाप को छोड़ कर वरमोंट पहुंचती है। वहाँ पे वो पहले कॉलेज कर चुकी थी, वहाँ आने के बाद अब वो एक सेकंड ग्रेड की टीचर थी, एक स्कूल में उसने नौकरी शुरू कर दी। लेकिन इस नौकरी के साथ साथ वो अपनी आगे की भी पढ़ाई भी कर रही थी साथ ही अपने खर्च के लिए पार्ट टाइम एक हॉटेल में काम भी करती थी।

तो माँ बाप का घर छोड़कर एक अनजाने शहर में वो पहुंचती है ।और फिर अपनी नौकरी करती है, पढ़ाई करती है, साथ में सेकंड ग्रेड की टीचर है, उम्र सिर्फ 24 साल और वही उसी शहर में ।ये अमेरिका का एक स्टेट है। वरमोंट उसकी राजधानी में वो एक अपार्टमेंट में किराये पर रहने लगती है। जिसे अपार्टमेंट में वो रहती है उसमें तीन और लड़कियां थी। तीनों उसके लिए अंजान और वो तीनो के लिए अंजान। तो वही एक अपार्टमेंट में ये रहा करते थे, उस वक्त का माहौल बहुत अच्छा था।

क्राइम और ये सारी चीजें से लोगों का दूर दूर का वास्ता नहीं था, लोग बेफिक्र थे, यहाँ तक कि दरवाजा खोलकर अपना कहीं भी आ जा सकते थे। तो रीटा करण भी इन चीजों को जानती थी, लेकिन उसकी जिंदगी काफी व्यस्थ थी, पढ़ाई फिर पढ़ाना, फिर पार्ट टाइम होटल में काम करना उसे वक्त नहीं मिलता था। अपार्टमेंट मे सिर्फ एक तरह से वो सोती थी आकर। 19th जुलाई 1971 की रात आती हैं। रीटा करण की तीनों जो अपार्टमेंट की पार्टनर थी , वो कहीं गई हुई थी, रीटा करण अकेली थी।

रीटा करण (Rita Karan) हत्या और पुलिस की जाच ।

देर रात उसकी पहली पार्टनर जब लोटती है तो चिख पड़ती है, घर का दरवाजा खुला हुआ था। रीटा करण की लाश फर्श पर थीं, खून बह रहा था, गले में कुछ फंदे जैसे चीज़ थी। वो भागकर निकलती है, चीखती है, बाकी लोग आते हैं, पुलिस को कॉल किया जाता है, पुलिस मौके पर पहुंचती है, रीटा करण (Rita Karan) की बड़ी बेदर्दी से हत्या की गई थी।

उसका गला घोंटा गया था, उसके साथ सेक्शुअल असॉल्ट (हमले) का भी केस था,ऐसा लगता था उसका रेप हुआ है और फिर उसका कत्ल किया गया है ? कातिल ने बहुत बुरी तरह मारा था ,अब इसके बाद डिटेक्टिव आते है और बाकी लोग भी वहाँ पर पहुँचते हैं।कमरे से हर चीज़ को उठाया जाता है। सबूत के तौर पर।लोगों से पूछताछ की जाती है, 1971 की बात है, इसलिए सीसीटीवी कैमरा वगैरा थे ।पुलिस तमाम अपार्टमेंट आखरी बार कौन मिला, कहाँ मिला,रीटा करण (Rita Karan) के दोस्त कोण है इन तमाम लोगोसे पूछताछ होती है ।

उस के बाद पुलिस 13 ऐसे लोगों को गहराई से जाच करती हैं जिनके ऊपर कुछ शक था, शक की वजह ये थी की वो ये लोग थे, जिनकी आखिरी बार रीटा करण (Rita Karan) की मुलाकात हुई थी या कहीं ना कहीं वो अपार्टमेंट या फिर रीटा करण (Rita Karan) के साथ आखिरी बार देखे गए थे।

तो इन तमाम लोगों से पूछताछ हुई 13 लोगों को पुलिस ने जीरो इन किया। उन 13 से अलग अलग पूछताछ की गयी, लेकिन उन 13 के बयानों से यह पता चला कि जब कत्ल हुआ तब तक उनकी मौजूदगी कहीं और थी और उसकी गवाही देने के लिए तमाम लोग थे, तो एक वक्त में एक शख्स दो जगह तो हो नहीं सकता।

अब ये तो बहुत मुमकिन है की जो गवाह है वो झूठ बोल रहा हो । लेकिन पुलिस के पास अपनी जितनी भी छीजे थी उसका इस्तेमाल करते हुए कातिल तक पहुंचने के लिए और कतल की वजह जानने की पूरी कोशिश की। लेकिन एक चीज़ जो सामने आई वो ये थी, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में की रेप भी हुआ है तो इसका मतलब है कि मोटिव (मक्सद )।

रेप ही होगा, लेकिन रेप जिसने किया वो कोई जानकार हो सकता है । तो पुलिस इस तरीके से इस केस को सुलझाने की कोशिश करती रहीं थी । तमाम सबूतो को पोलिस उठा चुकी थी, वहीं लाश के पास एक सिगरेट का बट पड़ा मिला था।

अब पता चला की रीटा करण (Rita Karan) सिगरेट नहीं पीती थी । ये भी पता चला कि उसके कमरे रेह रही तीन लड़कियां सिगरेट नही पिती । तो पुलिस को लगा की ये सिगरेट का बट जो हैं ये कातिल का हो सकता है। वो रीटा करण (Rita Karan) के कपड़े ये सारी चीजें सहेजकर रख ली गई ताकि केस में आगे काम आ सके।

कई दिन बीत गए कातिल का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद रीटा करण (Rita Karan) को उसके धार्मिक रीती रिवाज के हिसाब से दफना दिया गया। पुलिस केस पर काम करती रहीं थी, धीरे धीरे वक्त बीतता गया कई डिटेक्टिव आये, कही चले गए। लकिन यह केस नहीं सुलजा और उस वक्त इस केस का का बहोत खोफ हुआ था ।

रिटा जहा रहा करती थी, लोग बड़े बेखोफ़ रहा कराते थे , दरवाजा खोलकर आते और जाते थे क्योंकि इस तरह के क्राइम होते नहीं थे, लेकिन रेटा के इस शौफनाक कत्ल और रेप के केस ने लोगों को डरा दिया। और बदलाव ये आया कि लोग अब डरने लगे। अपने दरवाजे को न सिर्फ बंद करते कई बार जांच करते की वो बंद है की नहीं। तो शहर में एक दहशत का माहोल एक कतलने पैदा कर दिया था।

पुलिस के ऊपर जिम्मेदारी थी की वो कातिल को पकड़ें ताकि लोगों के दिलों से खौफ दूर कर सके, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद कातिल हाथ नहीं आ रहा था। एक एक करके जीतने भी सस्पेक्ट(संदिग्थ) थे, वो भी पुलिस उनको जाने दिया । करीब 50 साल बीत गए , 50 सालों में रीटा करण (Rita Karan) मर्डर केस को पुलिस सुलझा नहीं पाई। 50 साल के बाद 2018 मे |

एक मीटिंग हुई डिटेक्टिव और तमाम लोगो की , उन्होंने कुछ पुराने केस पर नजर डाली, और अमेरिका में अक्सर ये होता है की जो भी अनसुलजे केसेस होते है उन सबके बीच में एक रिव्यु मीटिंग होती है,जिस मे पुराने केसेस की जानकारी ली जाती है या कहीं से कोई मदत मिलनेकी उम्मीद होती है या तो उसमें अगर कुछ होता है तो फिर वो केस को आगे कर देते है । तो 2018 में इसी तरीके से एक रिव्यु मीटिंग में।

2018 मे फिरसे जाच । 

रीटा करण (Rita Karan) का केस वहाँ के डिटेक्टिव के सामने आया वेरमोंट मे अब रीटा करण (Rita Karan) का केस सामने आया तो फिर पता चला कि इसमें अब तक कुछ हुआ नहीं, जांच में कोई प्रगति नहीं है, जीतने सस्पेक्ट थे, उन सब को छोड़ दिया है ।और इतने सालो मे इस केस को दुबारा उन्होंने रिव्यु किया। रिव्यु करने के बाद।

डिटेक्टिव ने इस केस से जुड़े हुए हर फाइल जब पढ़ी तो पता चला इस केस से जुड़े हुए बहुत सारे सबूत जो है वो आज भी एक स्टोरेज रूम मे रहे हुवे है। और ऐसे केसेस के तमाम प्रॉपर्टी को संभालकर रखा जाता था। तो तय हुआ कि ठीक है, इस केस को दोबारा रिओपन करते हैं ,औए हमारे पास क्या क्या चीजें रखी गई है उनको एक बार और देखते हैं, शायद कुछ मदद मिले ।

डिटेक्टिव की टीम पहुंचती है स्टोरेज रूम में सारी चीजों को देखती है उस मे रिटा करण के कपड़े, बाकी सारी चीज़ो के साथ वो सिगरेट का बट भी है । विज्ञान काफी तरक्की कर चुका है, डीएनए अब बहुत ज्यादा हाई फाई हो चुका है, उस सामान में इतना नहीं था।

तब पुलिस की टीम कहती है की इसको दुबारा जाच करो । डेटा बैंक में बहुत सारे डीएनए के सैंपल है। अमेरिका में या आम बात है अब बहुत सारे देशों में तो ये हुवा की इन चीजों को निकालते है। तो फिर सिगरेट के बट के जरिये आप डीएनए को पकड़ सकते थे। तो फिर नई डीएनए तकनीक के जरिए उस सिगरेट उसको भेजा गया कि इससे पता किया जाए की ये किसी से मिलता है या नहीं ।

जब उस सिगरेट का मिलन कर लिया गया डीएनए के जरिये तो वो एक मेल(पुरुष) है ये पता लगा । अब जब ये पता लगा की ये एक पुरुष है और उसका एक डीएन है। लेकिन फिर उसको न्यूयॉर्क सिटी में तो भेजा गया उसके बाद कहा गया कि चलो इस पुरुष की डेटा से निकाला जाए। डीएनए के तो जब डेटाबेस में उन्होंने सर्च किया।

तो जो अमेरिका के जीतने डेटाबेस में लोगों के डीएनए थे उनमें से कहीं किसी पुरुष से नहीं मिला । मतलब अमेरिका के किसी भी शक्स से मिला नहीं । तब ये बड़ी अजीब बात थी कि एक शख्स का मैच कर रहा है, लेकिन जो सारे लोगों के डीएनए के सैंपल जहाँ पर है उस में उस शख्स का है ही नहीं।

अब इसके बाद भी कोशिश जारी रही। फॉरेन्सिक टीम के जरिये। 2022 आ गया। इससे सिर्फ ये पता लगा की ये एक पुरुष है । आगे की जानकारी कैसे मिले क्योंकि डेटा बैंक में मिल नहीं रही थी । तो जीस वक्त ये कतल हुआ था रीटा करण (Rita Karan) का। उसने जो कपड़े पहन रखे थे वो कपड़े भी स्टोरेज में रखे हुए थे एक सबूत के तौर पर।

अब डिटेक्टिव की टीम वो कपड़े उठती है और उसको भेजती हैं। फॉरेन्सिक एक्स्पर्ट से डीएनए एक्स्पर्ट के पास और कहती है की अब आप जो नयी टेकनीक उसके जरिये इन कपड़ों से अगर आपको लगता है कुछ ज्यादा डीएनए। मिल सके।

तो उससे मदद मिल सकती है । तब उस कपड़ों को फिर से टेस्ट किया गया और उस कपड़ों पर जो डीएनए के सैंपल थे, उसमें रीटा करण (Rita Karan) के अलावा एक और मिला। अब उसकी जांच हुई ।एक्स्पर्ट ने इसकी पूरी जांच की जब जांच की। तो फिर इस बार जांच करने के बाद जो डीएनए मिला वो डेटा बैंक में एक शख्स से मैच कर गया।

जाच के बाद एक नाम सामने आया । 

उस शख्स का नाम था विलियम डी रूस।

A cigarette butt solved a 56 year old case

विलियम डी रूस(William DeRoos)।

पोलिक की जाच मे दूसरी चीज़ अब मैच कर गई,1971 मै विलियम, उसी जगह उसी शहर और उसी अपार्टमेंट के करीब रहा करता था। तब ये दोनों चीजें इत्तफाक नहीं हो सकती, अब पहली बार, टीम को लगा कि हमने बहुत अच्छा काम किया, करीब 56 साल हो चूके थे, केस सुलझ गया है। पर, उन्होंने फिर उसके बारे में पूरा पता लगाना शुरू किया, 56 साल पुरानी चीज़े थी अब वो कहा है?

तफ्तीश हुई तो पता चला जो कि आखिर ये विलियम डी रूस(William DeRoos) हैं कौन तो पूरी जांच के बाद विलियम डी रूस(William DeRoos)की कहानी सामने आई, पता चला की जब रीटा करण (Rita Karan) उस अपार्टमेंट में रहा करती थी उससे थोड़ी ही दूरी पर विलियम डी रूस(William DeRoos)रहा करता था।

रीटा करण (Rita Karan) के कत्ल से 15 दिन पहले विलियम डी रूस(William DeRoos)ने शादी की थी और शादी करने के बाद वो अपनी पत्नी के साथ। उसी अपार्टमेंट के करीब एक किराएके घर में रह रहा था, 9th जुलाई उस रात कत्ल हुआ रीटा करण (Rita Karan) का तो विलियम डी रूस(William DeRoos)कहा था , जिंस महिलसे से विलियम ने शादी की थी, पुलिस उस तक पहुंची अभी तक विलियम हाथ नहीं आया था पोलिस उस महिला तक पोहोचि उससे पूछा कि ये विलियम डी रूस(William DeRoos) से आपने शादी की थी?

विलियम डी रूस(William DeRoos) पत्नी से पूछताछ । 

1971 इन दोनों ने शादी की थी जून के महीने में और 9th जुलाई को रीटा करण (Rita Karan) का मर्डर हुआ था और जून के तीसरे हफ्ते में शादी की थी। तो उसने कहा, हाँ, मैंने शादी की थी और जब उससे पूछा गया कि 9th जुलाई की रात आप दोनों कहाँ पे थै ? तो उसने कहा कि 9 जुलाई की रात को ही मेरा झगड़ा हुआ था। विलियम्स से ।

और उस झगड़े के बाद देर रात वो घर से गुस्से में बाहर निकल गया था। बाहर निकलने के बाद वो सुबह मे वापस लौटता है। और सो जाता है ,अच्छा ये पहले थोड़ा सा क्रिमिनल बेकग्राउंड रहा। कई बार उसको पुलिस ढूंढ चुकी थी, कुछ मारपीट और इन सारी चीजों मे , एक बार किसी इसने चाकू घोंप दिया था। जब वो उठा और उसने अपने पत्नी से काही की पड़ोस में मर्डर हुआ है तो अगर पुलिस आए पूछे तो तुम ये बता देना की मैं रात यही था।

क्योंकि वो मुझे फसा देंगे क्योंकि में पहले से ही पुलिस के लिस्ट में रहा हूँ। पुराने केसेस मै । तो उसकी वाइफ को भी यह बातें मालूम थी की हाँ ये रहा है पुराना क्रिमिनल इसका रिकॉर्ड रहा है तो पुलिस इस को तंग कर सकती है। पर उसे यकीन था कि वो ऐसा कुछ करेगा नाही ।,उसके बाद क्या हुआ की इस, कत्ल के जुलाई के आखिर में दोनों अलग हो गये,

विलियम डी रूस(William DeRoos) के बारे मे पता करना शुरू किया । 

विलियम डी रूस(William DeRoos)अलग हो गया, उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया, और विलियम वहाँ से थाईलैंड चला गया, थाईलैंड जाणे के बाद उसे पता चला ,की इधर, विलियम डी रूस(William DeRoos)की पत्नी ने दूसरी शादी कर ली तो पुलिस ने उसका थाईलैंड से पता निकालना शुरू किया।

तो पता चला की हाँ वो थाईलैंड पहुंचा था, थाईलैंड जाने के बाद वो वहाँ मोंक (भिक्षुक)बन गया और वहीं रहने लगा, बीच में एक बार 1974 में, वो यूएस दोबारा लौटा था, जब शूरुवात मै गया था मोंक बननेसे पहले और तब पता चला कि उसकी एक दूसरी बीवी थी।

जो यूएस में ही रहती थी तो उससे मिलने के लिए वो आया था और वापस चला गया थाईलैंड और फिर वही मोंक बनकर रहने लगा। पुलिस को लगा की चलो विलियम डी रूस(William DeRoos)तक पहुँचेंगे विलियम डी रूस(William DeRoos)को पकड़ लेगे ,56 साल पुराना केस सुलजा लेगे , लेकिन तब भी एक बड़ी ओर बुरी खबर और सामने आयी और पता ता चला की 1986 में।

ड्रम्स के ओवरडोज की वजह से विलियम डी रूस(William DeRoos) की मौत हो चुकी है। यानी के रीटा करण (Rita Karan) के कतल के ठीक 15 साल के बाद, 15 साल के बाद उसकी मौत हो चुकी थी, 1986 मै , और रीटा करण (Rita Karan) के कत्ल के ,

56 साल के बाद डीएनए की नई टेक्नोलॉजी की वजह से एक पहले सिगरेट के बट ने एक सबूत दिया कि एक पुरुष का डीएनए बताया फिर रीटा करण (Rita Karan) के पहने कपड़ों ने दूसरा सुराग दिया और उस डेटाबेस की वजह से डीएनए मिला और डीएनए विलियम से मिला तो वहाँ तक पुलिस उसके पत्नी तक पहुंची। लेकिन इन सारी चीजों के बावजूद जो कातिल था रिटा का उसे कानून सजा देता। शायद उससे पहले ऊपर वाले ने उसे सजा दे दी, लेकिन फिर भी,

रीटा करण (Rita Karan) के परिवार को कातिल के बारे मे जानकारी दी । 

क्योंकि रीटा करण (Rita Karan) के घरवाले ये जानना चाहते थे कि आखिर उसकी बेटी के साथ ऐसा किसने किया? वो कौन कातिल है, कोन रेपिस्ट है? ताकि सुकून मिले उन्हें इस जवाब का कई बार ये सवाल बड़े बेचैन करते हैं। अगर किसी के साथ क्राइम की किसने किया, क्य किया? तो अगर जवाब नहीं मिलता है तो आदमी ज्यादा बेचैन और परेशान रहता है, लेकिन 56 साल बाद ही सही पुलिस ने।

रीटा करण (Rita Karan) की बहन को बुलाया और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीलियन की तस्वीर दिखाई गई। पूरी कहानी बताई गई जो फॉरेन्सिक की टीम थी, जो डॉक्टर थे जिनकी अगुवाई में ये केस सॉल्व हुआ वो लोग भी वहाँ मौजूद थे और फिर पूरी डिटेल में बताया गया।

A cigarette butt solved a 56 year old case

की 56 ओल्ड मर्डर केस को किस तरीके से उन्होंने सुलझा लिया और इस तरह अब ये केस क्लोज़(बंद) हो गया। जिसका कत्ल हुआ वो तो इस दुनिया में है नहीं। जिसने कत्ल किया वो भी इस दुनिया में नहीं है। तो इसीलिए इस केस को सुलझाने के 56 साल के बाद ही फौरन बंद कर दिया गया ।

तो ये थी आज की A cigarette butt solved a 56 year old case की कहानी ।

Amarjit Chohan Family murder Case : ब्रिटेन मे 5 भारतीयो के कत्ल हुवे थे और ब्रिटेन के पुलिसने इस केस मे लापरवाही दिखाई थी ।

ये कहानी पढ़नेके लिये यहा क्लिक करे । 

निष्कर्ष :

तो ये थी A cigarette butt solved a 56 year old case की कहानी जिसमे आपने देखा की कैसे एक कत्ल हुआ , और 56 साल पुराने एक सिगरैट के बट ने कातिल का चेहरा सामने लाया । 56 बाद Rita Karan के परिवार को पता चला की कातिल को था ।

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