Carbon Copy Murder Case : क्यों वो अपने जैसी दिखने वाली लाडकी ढुंड रही थी ? एक लड़की की खूनी तलाश ।

Carbon Copy Murder Case : अपने परिवार के बंदिशोसे बचने के लिए उसने एक मासूम लड़की का किया कत्ल ।

तो नमस्कार दोस्तो एक लड़की अपनेही परिवार से तंग आकर खुद को मरा हुआ घोषित करना चाहती थी । इसीलिए कैसे उसने अपने जैसी दिखने वाली लड़कीकी तलाश की और उसका कत्ल कर डाला । फिर पुलिस ने कैसे इस कत्ल से पर्दा हटाया ये सब आज की कहानी Carbon Copy Murder Case मे ।

कहानिकी शुरवात और पुलिस कम्प्लेंट । 

आज की कहानी जर्मनी की है। जर्मनी के, दक्षिणी इलाके में सदन सिटी है वहा इन गोल्फ स्टेड एक जगह का नाम है, और बात 2022 अगस्त की है, एक साथ इसी शहर के एक कोने और दूसरे कोने पर दो फैमिली रहा कर दी थी। एक फैमिली अल्जीरिया से थी और दूसरी फैमिली इराक से वहाँ शिफ्ट हुई थी क्योंकि इराक में हालात ठीक नहीं थे तो बहुत सारे इराक की परिवार वहाँ से निकले और अलग अलग देशों में जाकर बस गए।

इन दोनों फैमिली की एक एक लड़की गायब हो गयी और इत्तफाक से दोनों की उम्र 23 साल थी, और दोनों फैमिली एक दूसरे को नहीं जानती थी , दोनों परिवार को यह भी पता नहीं की उनके परिवार से भी एक लड़की गायब हुई है , तो दोनों परिवारोकी लडकीय गायब ,और दोनों को पता नहीं ,अब दोनों परिवार की तरफ से पुलिस में मिसिंग(लापता) कंप्लेन भी दी गई। और दोनों परिवार अपनी अपनी बेटियों को ढूंढ रहे हैं।

इस केस को आगे चलकर जर्मन मीडिया ने और पुलिस ने भी कार्बन कॉपी मर्डर केस ( Carbon Copy Murder Case) का नाम दिया, कार्बन कॉपी मतलब हुबहु । कार्बन कॉपी क्यों दिया गया है इसकी कहानी आगे आपको बताऊँगा, कुल मिलाकर कहानी ये है की

शाराबान के (Sharaban K) और उसका परिवार । 

इसी इन गोल्फ इस्टेड जर्मनी के एक शहर वहाँ पे एक परिवार रहा करता था था। इस परिवार में एक लड़की थी 23 साल की जिसका नाम था शाराबान के (Sharaban K)

शाराबान के (Sharaban K)

शाराबान इराकी थी दिखने में खूबसूरत, ठीक ठाक कद काठी, काले लंबे बाल। और बिल्कुल ठीक ठाक जिंदगी चल रही थी लेकिन इस का परिवार बेशक इराक से जर्मनी पहुँच गया पर लेकिन परिवार की सोच वेसे ही थी तो वो अपने बच्चो पर ,

काफी नजर रखते, उनके ऊपर बहुत बंदिशें रखते हैं और शाराबान (Sharaban K)को ये चीजें पसंद नहीं थी, उसका एक बॉयफ्रेंड था, वो चाहती थी कि वो अपने बॉयफ्रेंड से खुलकर मिले, बाहर जाएं अपनी मर्जी से जिंदगी जीये लेकिन घरवालों को ये सारी चीजें बर्दाश्त नहीं थी और इसीलिए शाराबान पर वो लगातार तमाम बंदिशें रखते हैं और बहुत सारे बंदिशे थी उसके ऊपर, और शाराबान (Sharaban K)को ये चीजें पसंद नहीं थी।

रात को बाहर नहीं निकल ना दोस्तोसे नहीं मिलना ये सारी छीजे थी , तो शाराबान (Sharaban K)धीरे धीरे इन चिजोसे परेशान हो गयी, इन चीजों को लेकर घरवालों से उसका झगड़ा भी शुरू हो गया। वो नहीं चाहते थे कि कोई टोका टोकी करें, लेकिन घरवाले उसकी भलाई के लिए उसके ऊपर नजर रखते थे, कहते थे अंजान लोगों से ना मिलो, देर शाम घर से बाहर ना निकलो।

तो धीरे धीरे वक्त बीतता गया , शाराबान (Sharaban K)अपने घरवालों के इस रवैये से परेशान रहने लगी और फिर एक वक्त ऐसा आया कि उसने सोचा। कि काश घरवालों की ये बंदिशे उसकी जिंदगी में ना हो और वो एक आज़ाद, तरीके से अपनी जिंदगी जिये । अभी ये पहली बार उसके दिमाग में ये बात आयी, अब वो सोचना शुरू करती है, ये बात है जनवरी फरवरी 2022 की,

वो सोचने लगी कि अपने घर वालो की इस बन्दिशों से वो कैसे आजाद हो ? काफी सोचने के बाद फिर उसने अपने बॉयफ्रेंड से भी इस बारे मै बात की,उसका बॉयफ्रेंड भी एक दूसरे देश का नागरिक था जो जर्मनी में रह रहा था। तब दोनों बात करते हैं, यह भी है कि घरवालों की बंदिशें ना हो, आजादी से बिना रोक टोक के मिले ये सोचते सोचते आखिरकार शाराबान (Sharaban K)के मन मै एक खयालआया , इसी खयाल के आने के बाद और इसी प्लानिंग के बाद अब उसने ये किया।

तलाश शुरू । 

की इंस्टाग्राम पर अपना एक फेक आइडी बनाया, फेक आईडी बनाने के बाद अब उसका काम ये था, कि वो, अपनी उम्र की लड़की को ढूँढती और उनसे दोस्ती करती जो न सिर्फ उसकी उम्र की हो बल्कि उसकी कद काठी की हो,उसी के तरह चेहरा हो, दिखने में वैसे ही हो मतलब हमशक्ल हो। बाल से लेकर सारी चीजें उसकी जैसी हो।

इंस्टाग्राम पर फेक आईडी बनाने के बाद उसने ये तलाश शुरू कर दी, यानी कुल मिलाकर अपनी हमशक्ल की तलाश शुरू कर दी, तलाश करती रही, बहुत सारी लड़कियों तक पहुंची इस फेक आइडी के जरिए, लेकिन किसी में कुछ कमी, किसी में कुछ कमी। उसे वो लड़की नहीं मिल रही थी जिसकी उसे तलाश थी जो उसकी जैसे दिखें। लेकिन फिर भी उसने कोशिश जारी रखी आखिरकार ये कोशिश जुलाई 2022 में कामयाब रही,

तलाश खत्म । 

इंस्टाग्राम पे एक, लड़‌कि उसे मिली, जिसका नाम था खदीजा( Khadidja)।

खदीजा( Khadidja)

खदीजा( Khadidja) एक अलजेरिया की सिटिज़न थी, जो जर्मन में आकर बस गई थी, 23 साल उम्र थी उसकी दिखने में बेहद खूबसूरत उसके भी काले बाल, और कद ,काठी शक्ल, सूरत बिल्कुल शाराबान (Sharaban K)जैसी , तो जब खदीजा( Khadidja) को इंस्टाग्राम पर देखा, शाराबान (Sharaban K)ने तो उसे लगा कि यही वो है जिसकी उसे तलाश है।

खदीजा( Khadidja) एक फैशन ब्लॉगर थी, इंस्टाग्राम पर बाकी सोशल मीडिया पर वो ना सिर्फ फैशन के अलग अलग टिप्स देती बल्कि फेशन के प्रोडक्ट्स भी बेचा करती थीं। तो एक फैशन ब्लॉगर थी उसकी हर तरह की तस्वीरें विडिओ शाराबान (Sharaban K)ने हर एंगल से देखी और उसे लगा की ये परफेक्ट है जिसकी उसे तलाश है।

अब ये तलाश खत्म हो गई है, उस तक पहुंचना है, अब उसने धीरे धीरे उससे चैट कर, उससे दोस्ती करनी शुरू कर दी, काम आसान इसलिए था कि खदीजा( Khadidja) एक फैशन ब्लॉगर थी। तो बहुत सारे लोग उसको अप्रोच करते थे, फिर वो ब्यूटी प्रोडक्ट्स बेचती थी ग्राहक बनकर उस तक पोहचना काही आसान था , शाराबान (Sharaban K)ने भी यही तरीका अपनाया।

उसने ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीदने के लिए खदीजा( Khadidja) से संपर्क करना शुरू किया, दोनों बात करते रहे, इंस्टाग्राम पर, दोनों में थोड़ी बहुत जान पहचान भी हो गई। दोनों के घर की दूरी 140 किलोमीटर थी ,तो नजदीक भी नहीं था की मुलाकात हो सके, वो लगभग 140 किलोमीटर दूर, इधर खदीजा की कहानी ये थी कि वो अलजेरिया कि सिटिज़न थी।

उसकी शादी घरवालों ने पहले ही करा दी थी, लेकिन पति से बनी नहीं और दोनों में तलाक हो गया। तलाक होने के बाद, अब उसने दूसरी शादी कर ली और अब वो अपने दूसरे पती के साथ जर्मनी में रह रही थी। और फैशन ब्लॉगर थी , उसका काम ठीक ठाक चल रहा था। तब जब शाराबान, ने फिर संपर्क किया तो फिर धीरे धीरे बातचीत के बाद अगस्त 2021 की तारीख आ गई।

शाराबान (Sharaban K)ने एक रोज़ अगस्त में खदीजा( Khadidja) से कहा कि मुझे तुमसे कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीदनी और मुलाकात भी करनी है, हम लोग अब तक सोशल मीडिया पे ही एक दूसरे को जानते हैं, आमने सामने मिलेंगे मै तुम्हारी फॅन हू फिर ये भी था की हम दोनों की शकल बहुत मिलती है तो मै मिलना चाहती हूँ, पास से देखना चाहती हूँ, उसने पूरी तरह से खदीजा( Khadidja) को राजी कर लिया और वो भी मान गई ,

मिलनेको बुलाया और कत्ल की तयारी ।

इसके बाद खदीजा( Khadidja) वहाँ से निकल है । एक रोज़ अगस्त में खदीजा( Khadidja) घर से निकली। और निकलने के बाद उसने घरवालों से कहा कि मै अपने एक्स हस्बैंड से मिलने जा रही हूँ। अब ये झूठ क्यों बोला पता नहीं, लेकिन वो वहाँ से निकली उसके बाद बताई हुई जगह पर शाराबान (Sharaban K), खदीजा( Khadidja) तक पहुँच गई। इधर शाराबान (Sharaban K)अपने घरवालों की ब्लैक मर्सिडीज लेकर बताई हुई जगह पर खड़ी हुई थी और शाराबान (Sharaban K)के साथ उसका बॉयफ्रेंड भी मौजूद था, अब ये दोनों वहाँ पर थे। तय वक्त पर खदीजा( Khadidja) पहुँच गई, दोनों ने मुलाकात की, एक दूसरे को देखकर चौके भी, उनकी शक्ल बहुत कुछ मिल रही थी।

Carbon Copy Murder Case

शाराबान                           खदीजा

इसके बाद शाराबान (Sharaban K)ने उसे अपनी कार में बैठाया क्योंकि वो टेक्सी में आई थी और उसने कहा चलो हम तुम्हें नजदीक तक छोड़ देंगे, आप कार वहाँ से चल पड़ी शहर से बाहर निकली, जब सुनसान इलाका आया, हाइवे के किनारे जंगल और बाकी चीजें थी कार रोक दी गई और मौका देखते ही अचानक शहरबान और उसके बॉयफ्रेंड ने।

खदीजा( Khadidja) पर हमला कर दिया, खदीजा( Khadidja) का पहले गला घोंटा, फिर उसे कार से बाहर निकाला। क्योंकि सुनसान इलाका था, अंधेरा हो चुका था, इसके बाद उन्होंने उसके जिस्म पर चाकुओं से वार किया,खास तौर पर चेहरे पर अनगिनत वार किए ताकि चेहरे से कोई पहचान न सके की ये हैं कौन है ? तो जब वो मर गई ,इसके बाद शाराबान (Sharaban K)ने अपने कपड़े उतारे, खतीजा को पहनाया, खदीजा( Khadidja) के कपड़े खुद पहने, उसके जिसमें पर जो भी उस की निशानी थी, वो सारी चीजें हटा लीं, और अब खदीजा( Khadidja) कि लाश को उसी ब्लैक मर्सिडीज़ में उसकी पिछली सीट पर वो लाश डाल दी, लाश डालने के बाद गाड़ी वहीं सड़क किनारे छोड़कर दोनों वहाँ से निकल गए।

पुलिस की जाच शुरू ।

अब दोनों चले गए, कुछ वक्त के बाद किसी राहगीर ने पुलिस को इन्फॉर्म किया की यहाँ सड़क किनारे हाइवे पर एक गाड़ी लावारिस हालत में खड़ी है। पुलिस की टीम पहुंची, कार की तलाशी ली तो अंदर एक लाश, पुलिस वाले भी घबरा गए, खैर कार और लाश को निकाला गया, लाश को हॉस्पिटल भेजा गया।

आब कार के रजिस्ट्रेशन नंबर से पता चल गया की ये कार किसके नाम पे है ? तो पोलिस कार के मालिक तक पहुँच गई वहाँ पता चला कि ये कार, तो शाराबान (Sharaban K)के पिता के नाम पर है ।

तो जब नाम पता चला तो उनसे पूछा गया यह कार कोन यूज़ कर रहा था? तब उन्होंने बताया कि मेरी बेटी शाम को कार लेकर निकली थी और लौटी नहीं, उसका मोबाइल भी नहीं मिल रहा है, स्विच ऑफ है, हम परेशान हैं और इसी परेशानी के चक्कर में हमने रात को ही पुलिस में रिपोर्ट लिखाई है।

अब लेकिन लाश जब देखी तो घरवालों ने पहचान लिया, उन्होंने कहा कि ये शाराबान (Sharaban K)की ही लाश है ।क्योंकि सारे कपड़े, सारी चीजें उसी की थी और बाल वैसे ही काले थे जो आम तौर पर कम ही वैसे देखने को मिलते हैं, तो हुलीयेसे से चेहरा पहचाने जाने लायक तो था नहीं, इतने उस पर चाकू के वार किए गए थे। तो हुलीयेसे से, कपड़े से बनावट से, बालों से हाइट से घरवालों ने ये पहचान लिया की ये हमारी बेटी शाराबान (Sharaban K)की ही लाश है

अब इसके बाद लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया, अब पोस्टमॉर्टम उधर हो रहा है, तभी, पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आयी तो उसमें पहली चीज़ थी, फिंगर प्रिंट्स वहाँ पै सारे ये सब डेटा में रखे जाते हैं। क्योंकि चेहरा बुरी तरह से कुचला हुआ था, पुलिस पुख्ता तौर पर यकीन कर लेना चाहती थी की ये लाश शाराबान (Sharaban K)की है तो उसके फिंगर प्रिंट्स,

लीये गये और फिंगर प्रिंट्स का जो डेटा बैंक था, शाराबान (Sharaban K)से उससे मैच किया गया, फिंगर प्रिंट्स मिला नहीं, अब पुलिस हैरान परेशान क्योंकि पुलिस अब तक मानकर चल रही थी की ये उसी की लाश है तो ये ओपेन अँड शट केस है बस कातिल को पकड़ना हैं। लेकिन यहाँ फिंगर प्रिंट्स ने तो ये बताया कि ये उसके उंगलियोके निशान नहीं है ।

तो क्या ये लाश किसी और की? अब पुलिस पहली बार हैरान थी, अब और पुख्ता करने का एक ही तरीका था डीएनए टेस्ट। अब शाराबान (Sharaban K)के पैरेन्ट्स के डीएनए सैंपल लिए गए।

और इसके बाद उस लाश के सैंपल से उसको मिलान कराया गया, दूसरा धक्का लगा डीएनए सेंपल भी मैच नहीं किया, पता चला कि शाराबान (Sharaban K)की तो ये लाश है ही नहीं , ना फिंगर प्रिंट्स मिले ना डी एन ए और डी एन ए का मतलब है कि अब ये पुख्ता तौर पर हो चुका है कि लाश शाराबान (Sharaban K)नहीं है।

अब शाराबान (Sharaban K)की नहीं है तो फिर, कौन है ये लड़की किसकी लाश है? इसको किसने मारा? पुलिस के सामने ये सवाल थे, पुलिस अभी इस लाइन पर तफ्तीश कर रही थी कि तभी करीब 140 किलोमीटर दूर जिससे इलाके में खदीजा( Khadidja) रहती थी, वहाँ उसके हस्बैंड ने मिसिंग रिपोर्ट लिखाई।

तो इस इलाके में, पुलिस को ये बात पता चली की सेम डेट में अगस्त में। एक सेम 23 साल की एक लड़की जिसका नाम खदीजा( Khadidja) है वो गायब हुई है, तो पुलिस ने जब और डिटेल मंगाई और जब तस्वीर देखी तो पुलिस भी हैरान रह गई, क्योंकि अब तक उनके पास शाराबान (Sharaban K)की भी तस्वीर आ चुकी थी, घरवालों से दोनों हूबहू मिल रहे थे,

Carbon Copy Murder Case

तो अब क्या खदिजा ? और शहाराबान, का कोई आपस में लेना देना है। परिवार से पता किया गया तो पता चला कि वो परिवार उस परिवार को जानती नहीं है, दोनों का कोई कनेक्शन नहीं है, वैसे भी यह इराकी। वो अलजेरिया की ।

लाश की पेहचान और आगे । 

अब जो लाश बरामद हुई है वो शाराबान (Sharaban K)की ना डीएनए से मैच किया ना फिंगर प्रिंट से अब उसको खदीजा( Khadidja) के पैरेंट से मिलाया गया, खदिजा के जो फिंगर प्रिंट्स निकाले गए, डेटा बैंक से मैच कर गया, इसके बाद उसके डीएनए सैंपल मैच कराये गए उसके पेरेंट से वो भी मैच कर गए तब यहाँ ये पुख्ता हो गया कि ये लाश

शाराबान (Sharaban K)की नहीं बल्कि खदीजा( Khadidja) की है। अब भी यहाँ पे मिस्ट्री यही है की चलो लाश तो इसकी है पता चल गया। लेकिन जिसकी लाश हम लोग मानकर चल रहे थे और जिसकी कार से लाश बरामद हुई है वो शाराबान (Sharaban K)कहा है।

क्योंकि लाश मिलने के बाद से उसका कोई सुराग नहीं है, फ़ोन बंद है, घरवालों से कॉन्टैक्ट नहीं है, घरवालों का रो रो कर बुरा हाल है, अब लाश की पहली तो सुलझ गई की लाश शाराबान (Sharaban K)की नहीं है, घरवालों ने राहत की सांस ली। चलो उनकी बेटी जिंदा है, कम से कम ये लाश उसकी नहीं है लेकिन वो खुद कहा है यह पहेली अब भी थी।

अब जर्मन पुलिस को कुछ शक होने लगा, इसके बाद उन्होंने पूरा सोशल मीडिया अकाउंट दोनों का खंगालना शुरू किया। तो जब सोशल मीडिया अकाउंट खंगालना शुरू किया इंस्टाग्राम से लेकर बाकी चीजो तक । एक चौकाने वाली चीज़ दिखाई दी, शाराबान (Sharaban K)के सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने जो देखा वह लगातार कई महीनों से,

ऐसी लड़कियों को सर्व कर रही थी, जो उसकी तरह दीखती हो, हूबहू हमशक्ल हो । अब पुलिस के लिए बड़ी अजीब बात थी की एक लड़की अपनी हमशक्ल को क्यों ढूंढ रही हैं? सोशल मीडिया पे? और फिर सोशल मीडिया के उन अकाउंट्स के जरिए इंस्टाग्राम के अकाउंट्स के जरिए पुलिस ये भी पता लगा लेती है की शाराबान (Sharaban K)और खदीजा( Khadidja) के मुलाकात कैसे हुई।

तो हमशक्ल वाली बात क्या है ? क्यों ढूंढ रही हैं शाराबान (Sharaban K)? यहाँ से पुलिस को फिर शक हुआ, इसी दौरान पुलिस ने अपने जीतने सारे मुखबिर थे, उन को कम पे लगाया, बॉयफ्रेंड के बारे में भी तब तक जानकारी मिल गई, बॉयफ्रेंड के ऊपर भी उसके घरवालों पर नजर रखी जाने लगी और तभी पता चला कि एक इलाके में शाराबान (Sharaban K)आपने उसी बॉयफ्रेंड के साथ, देखी गई है।.

पुलिस की एक टीम फौरन वहाँ गुपचुप तरीके से जाती है और मुखबिर के जानकारी पर आखिरकार। उन्हें उसके घर से करीब 150 किलोमीटर दूर, शाराबान (Sharaban K)मिल जाती है, अब शाराबान (Sharaban K)और उसके बॉयफ्रेंड को पुलिस उठाकर ले आती है, उनसे पूछताछ करी जाती है , पूछताछ करने के बाद फिर

शाराबान (Sharaban K)पूरी कहानी बताती है

कि में अपने घरवालों से इतना तंग आ गई थी उनकी बन्दिशों से उनकी टोका टोकी से।

कि मैं एक आजाद जिंदगी जीना चाहती थी और यह मुमकिन नहीं था क्योंकि में कहीं भी चली जाती, मुझे घरवाले ढूंढ लाते ,फिर वहीं घर में कैद कर देते, वहीं टोका टोकी, रोका, रोकी, तो इनसे बचने का एक ही तरीका था मेरे पास और वो ये कि मैं खुद को मार डालू। घर वालों की नजर में, मै मर जाऊं ताकि वो मेरी तरफ से फिर बेफिक्र हो जाए और मुझे ना ढूंढे ना तलाशे ना मेरे बारे में फिक्र करें।

तो मरना तो चाहती थी में, लेकिन फर्जी मौत मतलब घर वालों की नजर में मैं मुर्दा होना चाहती थी, लेकिन असल में मैं जिंदा रहना चाहती थी।

तो उसने कहा इसी के बाद ये फिर आइडिया आया कि क्यों ना अपनी एक हमशक्ल को ढूँढें और उस हमशक्ल को मारे और उस हमशक्त को अपने घर वालों तक पहुंचा दे ताकि उन्हें यकिन हो जाए कि मै मर चुकी हू और फिर मै कहीं दूर जाकर अपने बॉयफ्रेंड के साथ एक आजाद जिंदगी जिऊ, इसी सारी साजिश के तहत उसने इनस्टा सोशल मीडिया के जरिए अपनी हमशक्ल को ढूंढा और इत्तफाक से बदनसीबी से खदीजा( Khadidja) निकलती है, जिससे उसकी न कोई दुश्मनी थी, ना दोस्ती थी, लेकिन अपनी आजादी को पाने के लिए वह खून करना चाहती थी।

तो बस इसके लिए उसने ये सारी चीजें की। इसके बाद इन दोनों, के बयान सामने आ गए और आखिरकार । एविडेन्स आ गए तब उन्होंने कोर्ट में केस दाखिल किया और एक मर्डर का केस दोनों के ऊपर चला , शाराबान (Sharaban K)के ऊपर भी और उसके बॉयफ्रेंड के भी ऊपर, क्योंकि पुलिस का मानना है कि इन दोनों ने मिलकर साजिश रची और मिलकर कत्ल किया। जर्मनी में कत्ल के लिए या मर्डर की सजा 20 साल है ,

तो अब इन दोनों के ऊपर जो सारी चीजें हैं जो इतने खिलाफ सबूत है पुलिस के पास लगता है की पुख्ता है और उन्हें यकीन है कि वो 20 साल तक की सजा शाराबान (Sharaban K)और उसके बॉयफ्रेंड को दिला देंगे, लेकिन उधर खदीजा( Khadidja) के घरवाले उसके हस्बैंड को यही लगता है। की बिना किसी वजह के, बिना किसी दुश्मनी, बिना किसी दोस्ती एक 23 साल की लड़की की जान चली गई।

तो ये थी कहानी जिसे जर्मन पुलिस ने कार्बन कॉपी मर्डर केस( Carbon Copy Murder Case ) का नाम दिया है इसीलिए क्योंकि वो एक हमशक्ल को ढूंढ रही थी, बिल्कुल अपने जैसी कार्बन कॉपी ताकि वो उसे मारकर अपनी जिंदगी को आजादी से जी सकें तो कैसे? कैसी चीजें लोगों के दिमाग में आती है, केसी केसी आइडिआ प्लॅनिंग सोचते हैं ये कहानी भी उसकी एक मिसाल है।

ये थी आज की कहानी |

A cigarette butt solved a 56 year old case : पुलिस ने पुराने केस की फ़ाइल निकली और सुलजाया 56 साल पुराना Rita Karan का केस ।

ये कहानी पढ़नेके लिये यहा क्लिक करे । 

निष्कर्ष :

तो आप ने देखा की कैसे अपने जैसे दिखने वाली लड़की को ढुंडा और उसको बिना किसी गलती के मौत के घाट उतार दिया । और फिर कैसे पुलिस ने सामने लाया Carbon Copy Murder Case को ।

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