Dr. Harold Shipman The Serial Killer : डॉक्टर हेरोल्ड फ्रेडरिक शिपमेन 250 से ज्यादा औरतों का कातिल।

Dr. Harold Shipman The Serial Killer : एक डॉक्टर जिसने अपनी माँ की मौत देखि और बना सिरियल किलर ।

तो नमस्कार दोस्तो , आपने बहुत सारे सिरियल किलर की कहानी देखि या सुनी होगी । पर आज हम एक ऐसे पढे लिखे सिरियल किलर की कहानी देखने जा रहे है । जो डॉक्टर बना ही सिर्फ इसलिए की वो लोगोको खासतौर पर महिलाओ को मर सके । तो क्या थी इस सिरियल किलर की कहानी देखते है आज की Dr. Harold Shipman The Serial Killer की कहानी मे ।

आज की कहाणी 1998 की। इंग्लैंड के साउथ मैनचेस्टर डिस्ट्रिक्ट में, एक महिला रहतिथी थी और उस महिला को एक अजीब सी चीज़ का एहसास हो रहा था। वहाँ पे एक डॉक्टर थे डॉक्टर हेरोल्ड फ्रेडरिक शिपमेन ( Dr.Harold Shipman ) तो उनके क्लिनिक में जीतने भी लोगों का इलाज होता।

Dr. Harold Shipman The Serial Killer

हेरोल्ड फ्रेडरिक शिपमेन ( Dr.Harold Shipman )

वहा पर बड़े पैमाने पर महिलाओं की मौत हो रही थी, उन्होंने कुछ डेटा निकाला। ये बात हे मार्च 1998 की, आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?

फिर ये भी हुआ कि शायद बीमार हो, क्योंकि ज्यादातर बुजुर्ग महिलाए थी लेकिन फिर उन्हें एक चीज़ नजर आईं। उन्होंने देखा कि क्रिमेशन (अंतिम संस्कार) के लिए बहुत सारे फॉर्म की जरूरत पड़ती है तो जिन डॉक्टर साहब का ये क्लिनिक है वहां के लड़के ने देखा की डॉक्टर साहब बहुत सारे क्रिमेशन (दाह संस्कार) फॉर्म ले गए। अपना साइन (हस्ताक्षर) करने के लिए एक डॉक्टर,के पास जब मरीज आता है तो पहलेसेही ही क्रीमेशन (अंतिम संस्कार) और इन सारी चीजों के फॉर्म की जरूरत क्यों पड़ती है? उसे शक हुआ, उसने अपने दोस्त को बताया तो उसने पुलिस को बताया।

पुलिस ने भी कहा की चलो जांच करते हैं, पुलिस ने जांच की लेकिन कोई सुबूत ऐसा मिला नहीं, डॉक्टर के खिलाफ़। इस दौरान में एक टैक्सी ड्राइवर भी मिला, टैक्सी ड्राइवर ने भी कहा जब ये पूछताछ चल रही थी कि उसने इस क्लिनिक पर करीब 21 महिलाओं को जिनकी उम्र ज्यादा थी 60 से लेकर 80 तक क्लिनिक पे छोड़ा और जब मैंने छोड़ा तो ठीक ठाक थी महिलाए , अपने पैरों पर चलकर अंदर गयी। लेकिन उनमें से एक भी जिंदा बाहर नहीं आई, सभी की मौत की खबर बाद में आई|

तो टैक्सी ड्राइवर भी हैरान था कि ऐसा क्यों हुवा ? ऐसी कोई बिमारी भी नहीं थी जिसकी वजह से उनकी मौत हो सके और वो तमाम लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने उस पर भी जांच की लेकिन कोई सुराग कोई ऐसी चीज मिली नहीं। मार्च से अब अप्रैल, मई, जून 3 महीने बीत गए, तीन महीने के बाद पुलिस ने कहा कि यह सब बकवास है, डॉक्टर साहब अच्छे इंसान है।

तो जांच बंद हो गई थी, 24 जून 1998 एक्स मेयर ( भूतपूर्व महापौर) थी वहाँ की कैथलीन गुंडी(Kathleen Grundy)। उम्र 81 साल। खबर आई कि कैथलीन (Kathleen Grundy) की मौत हो गई उन्हीं के घर पर।

कैथलीन गुंडी(Kathleen Grundy)

अब एक्स मेयर (भूतपूर्व महापौर) अमीर थी, पुलिस की टीम वहाँ पहुंचती है। देखती है कोई साजिश तो नहीं है, तो पुलिस की टीम घर पहुंची पूछताछ हुई तो पता चला जो आखिरी शख्स था जो कैथलीन (Kathleen Grundy) से मिला था। वो यही डॉक्टर हेरोल्ड फ्रेडरिक शिपमेन ( Dr.Harold Shipman )थे? और वो उनका इलाज कर रहे थे और वहीं आखिरी बार वही मिले थे।

अब यहाँ पे भी पुलिस को लगा की चलो वो बीमार थी, 81 साल की थी, बुजुर्ग थी और एक डॉक्टर के नाते वो उनका इलाज कर रहे थे, पहले भी आये थे उसके बाद इत्तफाक से उस दिन आखिरी बार देखकर चले गए। उसके बाद कैथलीन (Kathleen Grundy) की मौत हो गयी तो इसमें कोई शक की कोई गुंजाइश तो है नहीं। पुलिस लौट गई, लेकिन जब पुलिस लौटी उसके अगले ही दिन पुलिस के पास कैथलीन (Kathleen Grundy) की बेटी पहुँच जाती है,

और बेटी जाकर उनसे कहती हैं, की आप मेरी मां के मौत की जांच कीजिये? अच्छा इस दौरान मे ये हुआ कि उसकी माँ की लाश दफना दी गयी थी। अब दफना दी गई लाश, इधर लाश का अंतिम संस्कार हो चुका। अब इसी दौरान में कैथलीन (Kathleen Grundy) की बेटी को उनका वकील यह बताता है कि आपकी माँ ने मरने से पहले एक वसीयत छोड़ी है। और उस वसीयत में उनकी जो सारी प्रॉपर्टी है, उनमें से करीब करीब इंडियन करेन्सी में ₹3,50,00,000 की वसीयत? डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) फ्रेडरिक शिपमन के नाम पर उन्होंने कर दि है।

मतलब एक बड़ा हिस्सा उन्होंने डॉक्टर के नाम पे वसीयत में डाला है। अब बेटी को लगा की ये कैसे ? मेरी माँ एक डॉक्टर जीसको जमाने से भी नहीं जानती, अभी हाल में कुछ दिन ही हुए 10-15 दिन जब वो बीमार पड़ी, इलाज चल रहा था। इन 10-15 दिनों में ऐसा क्या हो गया कि मेरी माँ ने उस डॉक्टर के नाम पे इतनी बड़ी रकम की वसीयत कर दी तो कैथलीन (Kathleen Grundy) की बेटी को कुछ शक हुआ, उसने पुलिस को इन्फॉर्म (बताया) किया, उसने कहा कि मुझे शक है, और शायद ये वसीयत झूठी है

अब पुलिस के पास दो चीजें थी, एक माँ की मौत को लेकर एक बेटी शक जाता रही है और दूसरा झूठी वसीयत और तीसरा वहीं डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) शक के घेरे में हैं, जीसको लेकर पहले भी शिकायत हुई थी, अब पुलिस को लगा कि यह बात पुख्ता है तो चलो इसकी जांच करते हैं, सबसे पहले तो पुलिस ने कैथलीन (Kathleen Grundy) की लाश को कबर से बाहर निकाल ली, और इसके बाद उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया, जांच हुई, मौत की वजह सामने आई

उसमें लिखा था कि मौत की वजह जरूरत से ज्यादा अफीम ( ड्रग ) ,अफीम ( ड्रग ) दी गई थी, कैथलीन (Kathleen Grundy) को और उस अफीम ( ड्रग ) की वजह से उनकी मौत हो गई। अब यह पूछा गया कैथलीन (Kathleen Grundy) की बेटी से की क्या आपकी माँ ड्रग की आदी थी, ड्रग लेती थी वो हैरान हुईं, उसने कहा, मेरी माँ ने तो कभी ड्रग नहीं लिया।

अब पुलिस हैरान अफीम ( ड्रग ) फिर उसमें कुछ चीजें आयीं जो पता चला कि शायद यह इंजेक्शन के जरिये दिया गया है। अब इंजेक्शन के जरिये कोई डॉक्टर दे सकता है, अब दूसरी शिकायत ये थी कि जो वसीयत है वो नकली है पुलिस ने अब वसीयत की जांच की तो पता चला की जो वसीयत हैं वो सच में नकली है।

और उस वसीयत को बनाया ही डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) ने है, अब कुछ कंप्यूटर और बाकी चीजों के जरिए कुछ सुराग मिले पुलिस के पास जिससे ये पक्का हो गया की ये वसीयत कहाँ से आई हुई है, तो पुख्ता सबूत था। इन्हीं सब चीजो के बाद पुलिस ने आखिरकार 7 सितंबर 1998 को यानी की कैथलीन (Kathleen Grundy) की मौत के करीब चार महीने के बाद डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) को पुलिस गिरफ्तार कर लेती है

इल्ज़ाम कैथलीन (Kathleen Grundy) की जान लेना और नकली वसीयत बनाना, अब यहाँ तक पुलिस को ये था की चलो एक कत्ल का मामला है। एक डॉक्टर ने कत्ल किया और हो सकता है उसने ये कत्ल इसलिए किया कि उसकी प्रॉपर्टी हड़प सके, क्योंकि वसीयत इसका सबूत है करीब ₹3,50,00,000 की तो इस लालच में डॉक्टर ने अपनी एक पेशेंट को मार डाला, ड्रग्स का ओवरडोज देकर, इंजेक्शन के जरिए, मामला छोटा सा था।

लेकिन अब जब पुलिस ने केस में इतनी सारी चीजें थी और कोर्ट में एक पुख्ता मुकद्दमा खड़ा करना है तो अब डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) के बारे में पूरी कुंडली खंगालनी शुरू की। जब कुंडली खंगालनी शुरू की गई तो फिर एक ऐसी कहानी सामने आयी जो ब्रिटेन के इतिहास में इससे पहले किसी ने सुनी भी नहीं ना कभी सुनाई गई और न कभी कोई ऐसा डॉक्टर वहाँ पे पैदा हुआ। पता चला की 1946 में नॉटिंगहॅम, इंग्लंड में पैदा हुए, डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman )।

अपनी माँ से बहुत प्यार करता था लेकिन जब वह 11 साल की उम्र का था तभी उसकी माँ की कैंसर से मौत हो गयी, कैंसर के उस इलाज के लिए उस वक्त वहाँ पे कुछ ये जो कुछ ड्रग्स थे, जिसमें अफीम ( ड्रग ) का भी इस्तेमाल होता था। दुनिया के कई देशों में अफीम ( ड्रग ) पर पाबंदी है लेकिन ब्रिटेन वो देश है जहाँ पर नहीं है।

तो वो सारी चीजें उसे याद थी, माँ की कैंसर की मौत ने उसे तोड़ दिया, फिर उसने तय किया कि वो डॉक्टर बनेगा। लेकिन जीस तरीके से उसने अपनी माँ को मरते हुए देखा। उसने ये तय किया कि मैं डॉक्टर तो बनूँगा लेकिन लोगों को बचाने के लिए नहीं बनूँगा। मैं लोगों को मारने के लिए डॉक्टर बनूँगा

(Dr.Harold Shipman की फोटो जब वो डॉक्टर की पढ़ाई कर रहा था । )

और फिर इसके बाद उसने, पढ़ाई शुरू की, ग्रेजुएशन किया, फिर डॉक्टरी की डॉक्टरी करने के बाद 1970 में इसने अपनी प्रैक्टिस (अभ्यास) शुरू कर दी। अब अभ्यास शुरू करने के बाद धीरे धीरे, ये ठीक ठाक लोगों का इलाज करने लगा और एक डॉक्टर और एक पेशंट का रिश्ता ऐसे ही होता है की लोग भरोसा करते हैं भगवान मानते है।

तो डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) फ्रेडरिक शिपमन ने धीरे धीरे अब इलाज करना शुरू किया। लेकिन उसे ये पता था की अगर वो लोगों को मारेगा तो 1-2-3 कत्ल के बाद उसका राज खुल जाएगा। वो पकड़ में आ जायेगा, फिर उसका सारा भेद खुल जाएगा और वो जेल चला जाएगा।

तभी उसने एक दिमाग लगाया, उसने कहा कि में सिर्फ औरतों को मारूंगा और वह भी वो जो उम्र दराज हो ताकि किसी को शक न हो, ऐसा लगे की उम्र की वजह से उनकी मौत हुई है। अब उसके बाद उसके यहाँ जितनी भी, औरतें आती खास तौर पर जो 50 से ज्यादा साल की, बिल्कुल ठीक ठाक एक तो उनसे वो उनका भरोसा जीतता बहुत प्यार से बात करता, और फिर धीरे धीरे मौका मिलते ही वो उनको अफीम ( ड्रग )

का इंजेक्शन देना शुरू कर देता। उसे पता था कि ये मौत में पता नहीं चलेगी कि किस वजह से मौत हुई है तो वो बच जायेगा। और धीरे धीरे मौत होने लगी, लेकिन शक ना हो इसलिए उसने एक और तरीका अपनाया कि जिस जिस पेंशट वो कत्ल करता फिर उसके बाद ये बकायदा उनकी अंतिम संस्कार के लिए कब्रिस्तान तक जाता।

(ये वो जगह है, जहासे डॉक्टर ने अपने कत्ल का सिरसीला चालू किया था । )

और उस रसम में शामिल होता, और इस तरीके से एक एक कर इसकी पेशंट मरने लगी, 1970 से लेके 1998 तक करीब, 28 साल। 28 सालों में इसने धीरे धीरे करके। इसी तरीके से लोगों को मारना शुरू किया और अपने हर पेशंट को मारने के बाद जब अंतिम संस्कार होता ये बकायदा वहाँ पहुंचता रसम में शामिल होता है और लोग कहते हैं कि देखो।

ये डॉक्टर कितना अच्छा है, जिसका पेशंट के साथ रिश्ता अस्पताल तक नहीं है, क्लिनिक तक नहीं है, बल्कि की डॉक्टर अपने पेंशन की मौत के बाद उसके अंतिम सफर में अंतिम संस्कार में भी हिस्सा ले रहा है।

तो इससे डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) की एक अच्छी छवि बनती गई और इसके बाद ये हुआ कि एक दो टीवी चैनल में इंटरव्यू भी दिया और बकायदा फिर डॉक्टर उस वक्त मेंटल बेलेंस और उसको लेकर लोग इंटरव्यू करते, बातें करते और उसे एक अच्छा डॉक्टर मानते, और ये सिलसिला चलता रहा लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी, डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) अपनी डॉक्टरी की आड़ में असल में कर क्या रहा है?

अब ये सारी चीजें जब सामने आई, उस एक कत्ल के बाद तो पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए, हर पेशेंट की मौत के बाद कब्रिस्तान जाना इस डॉक्टर के लिए जरूरी था। तो बहुत सारे पेशेंट आये, कुछ क्लिनिक से सारे रिकॉर्ड निकले महिलाओं के, इसके बाद अलग अलग जो अंतिम संस्कार। जो हुए वहाँ पे रिकॉर्ड निकाले गए जब हिसाब लगाया गया तो यह गिनती पहुंची, 250 तो पुलिस ने माना की ये 250 औरतों का कत्ल ये कर चुका है |

Dr. Harold Shipman The Serial Killer

(डॉक्टर के उपर इन महिला योके कत्ल का इनजाम है । )

और इसमें ज्यादातर वही 50 साल से लेकर 80 साल, तक जो सबसे यंगेस्ट (युवा) उनमें 41 साल का था केस बाकी सब 50-81 साल के महिलाए थी इस मै | अब पुलिस ने बनाया केस की 250 रेकोर्ड पे हैं, जिनकी मौत हुई इस क्लीनिक में और उस वक्त तक ब्रिटेन में किसी एक डॉक्टर के हाथों इतनी बड़ी तादाद में मौत और एक डॉक्टर का इतनी बड़ी तादाद में किसी फ्यूनरल (अंतिम संस्कार) में शामिल होना दोनों ही अनोखा था।

तो पुलिस भी हैरान पुलिस की नजर में वो 250 औरतों के कातिल थे लेकिन 15 और जो निकाले। इसके बाद अब फिर बहुत सारे फेमिली ने कहा कि अब जो होना था वो हो गया किस्मत को उन्होंने मान लिया कि अब हम इसकी इजाजत नहीं देंगे तो बाकी लाशे निकाली नहीं गई और दूसरा फिर पुलिस को भी लगा कि इस डॉक्टर को कानूनन घेरने के लिए इतने सबूत काफी हैं। तब कहाँ कितनी खुदाई, कितनी लाशें निकाली जाए।

तो आखिरकार पुलिस ने अदालत के सामने रखा तो 250 औरतों के कत्ल की पूरी कहानी की बात लेकिन, मुकदमे 15 औरतों के कत्ल के ही लगे। और इसके बाद। अदालत ने, डॉक्टर हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) को। सजा सुनाई। पूरी जिंदगी जेल में इस दौरान में कोई पेरोल नहीं, कोई रहम नहीं।

पहले मैनचेस्टर की जेल में रखा गया, फिर वहाँ से फ्रैंकलिन। की जेल में रखा गंया और फिर वेकफिल प्रिज़न में रखा गया। वेस्ट न्यू यॉर्क शहर में। लेकिन जेल जाने के बाद ये सारा मुकदमा 2001-2002 में हो गया था पूरा |

डॉक्टर के बर्थडे (जन्मदिन) से सिर्फ 1 दिन पहले ही । 2004 जनवरी का महीना था, 58 वह जन्मदिन दिन पहले ही उसने जेल के अंदर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली और कहते हैं कि खुदकुशी करने से पहले दिन उसने एक जेल स्टाफ को कहा था।

की वो मरने की सोच रहा है क्योंकि मरने के बाद हो सकता है उसकी पत्नी को जो है मुआवज़ा मिले। एक विधवा के तौर पर जो वहाँ के कायदे कानून हैं तो उससे उसका घर परिवार चल जाएगा।

Dr. Harold Shipman The Serial Killer

(डॉक्टर हेरोल्ड(Dr.Harold Shipman) के परिवार की फोटो )

कम से कम मेरी मौत से उसको इतना फायदा होगा और इसी के बाद उसने 13 जनवरी 2004 को खुदकुशी कर ली। ब्रिटेन के इतिहास में किसी भी डॉक्टर के हाथों अपनेही पेशंट के कत्ल का या जान लेने का ये इकलौता मामला है। इसके पहले और उसके बाद कभी ऐसा हुआ नहीं।

डॉक्टरी की पढ़ाई और डॉक्टर बनना सिर्फ इसलिए कि अपने ही मरीजों की जान लेने के लिए क्यों? क्योंकि उसकी माँ जीस तरीके से तड़प तड़प कर मरी। । वो उसके दिल में बैठा और फिर उसने कहा कि में ऐसी तमाम औरतों को मारूंगा, और उसने एक एक कर 250 औरतों को अगर पुलिस के हिसाब से चले जो ब्रिटिश पुलिस ने कहा। कि जो रिकॉर्ड्स दस्तावेज है उसमें 250 ,

औरतों की पूरी कहानी है, लेकिन सबूत 15 के थे। क्या पता अगर बाकी की कब्रों की खुदाई की जाती तो यह गिनती और बढ़ जाती, पर 15 औरतों के कत्ल के लिए सजा हुई, लेकिन 250 तक की लिस्ट पहुंचती थी। लेकिन इससे अपनी पूरी सजा नहीं काटी।, जेल जाने के करीब 6 साल के अंदर अंदर इसने जेल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

तो ये थी कहानी ब्रिटिश इतिहास के सबसे खूंखार डॉक्टर सीरियल किलर की जिसका नाम था हेरोल्ड ( Dr.Harold Shipman ) फ्रेडरिक शिपमन

तो ये थी Dr. Harold Shipman The Serial Killer की कहानी ।

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निष्कर्ष :

तो आपने देखा की कैसे एक लड़का डॉक्टर बनता है । लोगोकों बचानेके लिए नहीं तो लोगोकों मारनेके लिए । और कैसे वो अपनी माँ के बदलेके नाम पे 250 से ज्यादा औरतों को मौत के घाट उतार देता है । तो ये सब आपने देखा इस Dr. Harold Shipman The Serial Killer https://en.wikipedia.org/wiki/Harold_Shipmanकी कहानी मे ।

 

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