Murder of Amar Singh Chamkila and his wife Amarjot : दलित , खालिस्तानीयोका शिकार या फिर एक साजिश ?

Murder of Amar Singh Chamkila and his wife Amarjot : कैसे इस हत्या का एक भी कातिल नहीं मिला ?

तो नमस्कार दोस्तो अपने सिद्धू मुसेवाला के बारे मे तो सुना या देखा होगा कैसे उनकी हत्या हुई , ये पंजाब के इंडस्ट्री कोई पहला मामला नहीं था इससे पहले भी येसा एक शक्स के साथ हुआ है ।

तो आइये जानते है ये शक्स कोनथा , कैसे उसकी हत्या हुई और कैसे उस कत्ल का एक भी कातिल पकड़ा नहीं गया ये सब आज की कहानी मे ।

आज की कहानी अमर सिंग चमकीला की

Murder of Amar Singh Chamkila and his wife Amarjot

अमर सिंग चमकीला

21 जुलाई 1960 को उनका जन्म हुआ बचपन लुधियाना के पिंड डूगरी में और जवानी पूरे पंजाब में अमर सिंग इलेक्ट्रीशियन बनना चाहते थे लेकिन पैसों की तंगी के चलते कपड़ों की मिल में

कम करना पड़ा । उन्हें बचपन से म्यूजिक का शौक था शौक के चलते हारमोनियम और डोलकी की भी सिख ली कपड़े की मिल में कम करते-करते अमर सिंग गाने भी लिखने लगे । 18 बरस की उम्र में अमर सिंग ने सिंगर सुरेंद्र शिंदा के लिए गाने लिखने शुरू कर दिये ,

सिंगर सुरेंद्र शिंदा

लेकिन घर का खर्च निकालना के लिए कुछ वक्त के बाद उन्होंने गाना भी शुरू कर दिया धीरे-धीरे चमकीला ने पंजाबी गायकी में सभी को पीछे छोड़ दिया कहा जाता है की लोगों को चमकीला के गानों की लत सी ग गई थी । वो अपने गानों में रोजमर्रा की जिंदगी के

संवाद ले आते और लोग दीवाने हो जाते हैं सामाजिक समस्याओं को अपने गीतों के बोल में टारगेट करते चमकीला ने स्टूडियो में खूब रिकॉर्डिंग की लेकिन उनका और उनके फैंस का भी दिल लाइव स्टेज परफॉर्मेंस में लगता । 5 से 6 फुट का स्टेज सजदा चमकीला गाते और

सामने बैठे लोग कभी हंसते कभी नाचते कभी हो हल्ला मचाते और कोई शराबी होता सो वही उनसे लाड भी पड़ता ।

Murder of Amar Singh Chamkila and his wife Amarjot

चमकीला ने अपने ज्यादातर मशहूर गाने ऐसी ही महफिलों में गए जिन्हें कहा जाता था अखाड़ा इन्हीं अखाडो के चलते चमकीला चार से पांच साल में

ही हर पंजाबी के मुंह पर चढ़ गए। कहा जाता है की अमर सिंग चमकीला को लोग इतना चने लगे थे की पंजाब में बाकी सिंगर को काम मिलन बंद हो गया था और फिर अचानक चमकीला को गली मार दी गई । 8 मार्च 1988 की तारीख थी जो जालंधर से करीब 40 किलोमीटर

मेहसाणपुर में अमर सिंग चमकीला का एक स्टेज शो था उसे दिन दोपहर करीब 2:00 बजे चमकीला अपनी टीम के साथ गाड़ी से शो वाली जगह पहुंचे थे साथ में उनकी पत्नी और सिंगिंग पार्टनर अमरजोत भी थी लोगों की भीड़ जाम जाती । अमर सिंग चमकीला अमरजोत और तीन

दूसरे संगीतकर गदीसे उतरे जो स्टेज की तरफ जा ही रहे थे की तभी उसी भीड़ में तेज रफ्तार मोटरसाइकिल से तीन लोग आए हैं तीनों के हाथ में हथियार थे वह लोग चमकीला और उनकी टीम की तरफ निशाना साथ कर अंधाधुन गोलियां दागने लगे । इस गोलीबारी में अमर सिंग

चमकीला उनकी पत्नी अमरजोत और दो अन्य संगीतकर की मौत हो गई

Murder of Amar Singh Chamkila and his wife Amarjot

लोग देखते र गए और हमलावर गोलिया दागकर जीस मोटरसाइकिल से आए थे इस से फरार हो गये । अगले दिन ये खबर पंजाब में फैली उसे वक्त पंजाब में आतंकवाद अपनी चरम सिममा पे था

खालिस्तान समर्थक, उग्रवादियों का विद्रोह जोरो पर था कानून व्यवस्था की हालात खराब थी हर रोज एनकाउंटर और खून खराब चल रहा था । हालात ये थी की जिसका गाना पूरे पंजाब में सुपरहिट था उसकी दिनदहाड़े हत्या हो गई लेकिन किसी ने थाने में

शिकायत दर्ज नहीं कराई । अमर सिंग चमकीला के घरवालों को जानकारी मिली लेकिन पुलिस के पास नहीं गए महसानपुर में जहां चमकीला का कत्ल किया गया वहां भी किसी ने कोई रिपोर्ट नहीं लिखवाई । पुलिस भी खुद तकदीश के लिए आगे नहीं आई रिपोर्ट के मुताबिक बाद में किसी

तरह से पुलिस में कुछ शिकायत हुई और जांच शुरू हुई अमर सिंग चमकीला और उनकी पत्नी अमरजोत की हत्या को लेकर पुलिस की जांच जरूर शुरू हुई लेकिन ना कातील का पता चला और ना ही हत्या की वजह साफ हुई । बस कई तरह की बातें सनी सुने गई

क्या चमकीला और उनकी पत्नी की हत्या ओनर किलिंग थी ?

अमरजोत अमर सिंग चमकीला की दूसरी पत्नी थी दोनों की जान पहचान गाने से ही हुई थी अमरजोत चमकीला के टक्कर की ही सिंगर थी इसलिए इन दोनों की

जोड़ी सुपर हिट हुई ।

पंजाब ही नहीं तो विदेश में भी इस जोड़ी के गानों को खूब पसंद किया जान लगा था चमकीला और अमरजोत की हत्या के मामले में कहा जाता है की ओनर कलिंग का मामला था दरअसल अमर सिंग चमकीला दलित थे और उनकी पत्नी अमरजोत जाट सिख थी कहने वाले हत्या के पीछे अमरजोत के परिवार और गांव का हाथ होने का आरोप लगाते हैं । हालांकि इस तरह की बात पुलिस की जांच में सामने नहीं आई थी ।

चमकीला की मौत के पीछे उग्रवादियों का हाथ था ?

ऐसा बताया जाता है की अमर सिंग चमकीला के कई गानों पर खलिस्तान समर्थक उग्रवादियों ने नाराजगी जताई थी माना जाता है की खालिस्तान उग्रवादियों

के मुताबिक जिस तरह चमकीलाअपने गानों में शादी के बाद के संबंध ड्रग्स की लत और खुलेआम डबल मीनिंग बातें करते उसे पंजाब की बदनामी होती है । चमकीला को धमकी मिलने की बात अक्सर काही जाति थी हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी ।

पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में चमकीला के एकछत्र राज के करण गई जान ?

अमर सिंग चमकीला ने पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में अपना काम 1979 से शुरू किया और मरते दम तक एक छात्र राज किया लोगों ने ज्यादा से ज्यादा सुना चाहते थे उनके गाने

इतनी फेमस हो चुके थे की लोग दूसरे पंजाबी गाने ना के बराबर सुनते थे इसलिए चमकीला के चाहने वालों का यह भी मानना रहा की किसी ने सुपारी देकर उनका कत्ल कराया । इस दावे का भी कोई सबूत नहीं मिला ।

क्या शो से जुड़े किसी विवाद के करण गई चमकीला की जान ।

एक मत ये भी है की कभी चमकीला को एक शख्स ने अपने यहां स्टेज शो के लिए बुलाया था लेकिन चमकीला पहुंच नहीं पे थे इस बात से नाराज उसे शख्स ने उन्हें गली मार दी हालांकि इस नजरियेसे से भी चमकीला की मौत की गुत्थी नहीं सुलजी । आज भी इसका पता नहीं चला गई है रह गई है अलग-अलग थिअरीज जिनकी पुलिस की जांच में पुष्टि नहीं हुई ।

तो ये थी अमर सिंग चमकीला और उनके पत्नी के मौत की कहानी ।

 

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