Story Of Happy Hacker : Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) अलगेरियन हैकर (Algerian Hacker ) जो अमेरिका (America) जैसे देश के लिए सिर दर्द बना ।
तो नमस्कार दोस्तो आपने बहुत सारे हैकर (hacker) और उनके कारनामे के बारे मे सूनही होगा । उनमेसे कुछ ही चुनिंदा हैकर (hacker) होते है ,जो अमेरिका जैसे देश के लिए खतरा बनते है ।
तो आज वैसे ही एक नायाब हैकर (hacker) की कहानी Story Of Happy Hacker जिसका नाम Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) जिसने कैसे अमेरिका के लोगोके अकाउंट हैक किए ?,कैसे FBI से बचाता रहा ?,कैसे वो पकड़ा गया ?,कोण उसका साथी थी ?,और आखिर मे क्या वो वाकही एक Robin Hood था । ये सब सवालोके जवाब आज की कहानी Story Of Happy Hacker मे ।
कहानिकी शुरवात ।
इस कहानी की शुरुआत होती है 2009 मै। अमेरिका के जॉर्जिया इलाके।
कुछ बैंको को अजीब सी शिकायतें मिलती है। कुछ लोग कहते हैं कि हमारा आपके यहा पै अकाउंट है, हमारे पैसे कोई निकल रहा है, हमने तो निकाले नहीं। कुछ फाइनैंशल ऑर्गेनाइजेशन (वित्तीय संगठन) और कुछ और लोग भी कॉर्पोरेशन (निगम) के लोग पैसों का लेनदेन करते हैं। उनको भी ऐसे ही लगा । माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनी ने कंप्लेंट लिखाई। अब वहाँ की पुलिस, फिर ये केस एफबीआई को जांच के लिऐ सौप दिया।की पता लगाओ क्या हो रहा है? लोगों के पैसे कहाँ से गायब हो रहे हैं?धीरे धीरे करके ऐसी शिकायती बढ़ने लगी। कहते हैं कि करीब 60 मिलियन्स कंप्यूटर्स को हैक (hack ) कर लिया था। 3 साल के फासले में।
अब इन 60 मिलियन्स कंप्यूटर को हैक किया।
इन तमाम लोगों के अकाउंट हैक करने के बाद।इनकी हर चीज़ चाहे वो जानकारी हो, पैसे हो। वो सारी चीजो पे उस शख्स का हक था जिसने इसे हैक किया था।करीब चार बिलियन डॉलर। इन तीन सालों में 2009 से 2012 के बीच मैं। इस हैप्पी हैकर(Happy hacker) ने अपने एक साथी के साथ मिलकर लूटे थे। चार बिलियन डॉलर्स । और इनमें से ज्यादातर 99% केसेस वो अमेरिका के थे और अमेरिका में रहने वाले लोगों के थे तो उसके निशाने पर सबसे ज्यादा अमेरिका था और इसीलिए एफबीआई की टीम परेशान थी इसको पकड़ने में।एफबीआई की टीम लगी रही 1-2 साल तो इसके बारे में पता करने के लिए ही चले गए, लेकिन पता नही लगा पाईं ये टीमपूरी तलाश की, कहीं से नहीं मिला। आखिर में एक एफबीआई जिनको एक खबर मिलती है।
FBI की टीम Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) को पकड़नेकी कोशिश मे ।
अल्जीरिया में एक शख्स हैं और उस शख्स का नाम है Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़)। Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर कंप्यूटर का ग्रैजुएट । उम्र सिर्फ उस वक्त इसकी थी करीब 20 साल।
Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़)
इसका कहीं ना कहीं इससे धोखाधड़ी और इस कंप्यूटर को हैक करके सारे लोगों के पैसे उड़ाने का शक है? अब टीम को ये इनपुट मिला। बाकी एजेंसियों के जरिये एफबीआई की टीम ने अपने एक एजेंट को लगाया। इसके पीछे एजेंट महीनों भटकता रहा। किसी तरह उसने अपने नेटवर्क बनाया। एक से दूसरे मुखबिर दूसरे से तीसरे करते करते । आखिरकार वो Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) के पास पहुंचा।
वहाँ तक पहुँच हुईं फिर एफबीआई एजेंट ने अपने आप को दिखाया की वो भी एक हैकर है। क्रिमिनल है। लोगों के बैंको के पैसे उड़ाना उसका काम है। तो उस वक्त इसकी जब मुलाकात हुई, उससे तो एफबीआई एजेंट ने कहा कि मुझे भी इसी तरह से लोगों को चूना लगाना है।तब एक सॉफ्टवेर । आया था।और खासतौर पर डार्क नेट पे और क्रिमिनल के बीच में बड़ा पॉपुलर था। उसका नाम था जासूसी आंखें (spy eye) |
इस सॉफ्टवेर को डेवलप करने और इसका इस्तेमाल कर ।60 मिलियन कंप्यूटर को हैक करने फ़ोर बिलियन डॉलर को उड़ाने । का जो काम किया था, उसमें एक Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) था और उसका एक और साथीदार था। तो एफबीआई एजेंट को ये सारी अपनी जासूसी के दौरान सारी जानकारी मिली और उसके बाद वो Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) से किसी तरह से 1 दिन मिलता है और अब रंगे हाथों पकड़ना है तो वो कहता है मुझे spy eye चाहिए, खरीदना है।
Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) जब तैयार हो जाता है कहता है ठीक है, हम देंगे।अब एफबीआई एजेंट को लग गया कि यह पूरा ऑपरेशन कामयाब है।लेकिन जीस वक्त डिलिवरी और इसकी सारी बात हुई थी। Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) पहुंचा नहीं है Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) हाथोसे निकल गया।
अब एफबीआई एजेंट के हाथ खाली लेकिन अब एक चेहरा आ गया। अब उस चेहरे के जरिय एफबीआई ने Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) की पूरी कुंडली को खंगालना शुरू किया।जब कुंडली खंगाली तो पता चला कि Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) अल्जीरिया के एक जगह है वहाँ पे। तो टीसी ऑल्सो क्यूबा पे इसका जन्म हुआ था। 3 जून 1988 |
तो अल्जीरिया में पैदा हुआ दिमाग उसका तेज था, बचपन से अच्छे घर से था माँ बाप ने स्कूल में पढाये कॉलेज गया था। कॉलेज में उसने कंप्यूटर साइंस में ग्रैजुएशन किया।कंप्यूटर का कीड़ा था।हमेशा कुछ ना कुछ करता रहता था। इसी शौक को पूरा करने के लिए उसने पढ़ाई के साथ साथ कंप्यूटर रिपेरिंग और कंप्यूटर के और जानकारी के लिए थोड़े पार्ट टाइम काम भी किया।
Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) के साथी का नाम ।
जब उसकी उम्र सिर्फ 20 साल हुई तभी ये हैकिंग में उस्ताद हो गया और इसने छोटे मोटे हैकिंग करनी शुरू की।इसी दौरान मैं उसी वक्त एक और शख्स था जो अल्जीरिया से दूर बैठा हुआ था रूस मैं और रूस में बैठे हुए इस शख्सका भी जो दिमाग था वो हैकिंग की तरफ था। उस शख्स का नाम था ऐलेक्ज़ेण्डर पैनन ( Trojan Aleksandr Panin )।
ऐलेक्ज़ेण्डर पैनन ( Trojan Aleksandr Panin )
ऐलैक्ज़ैण्डर पैनन ( Trojan Aleksandr Panin ) 25 साल की उम्र का उस वक्त ये 20 साल। उम्र में ज्यादा फर्क भी नहीं। वो भी हैकिंग में लगा हुआ है।और ऐलेक्ज़ेण्डर नेहीं इस स्पाई आई(spy eye) एक तरह से शुरुआत की थी। फिर उसे लगा कि इसमें कुछ और चीजें चाहिए। तब उसे पता चला Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) के बारे में। फिर उसने Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) से संपर्क किया।
अब इस स्पाई आई के दो जो पैदा करने वाले लोग उसमें एक ऐलेग्जेंडर और दूसरा Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) । ये दो लड़के मिलकर। एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाते हैं। जिससे वो किसी के भी कंप्यूटर में घुस जाए। अब उन्होंने सॉफ्टवेयर बनाने के बाद। लोगों के कंप्यूटर में वायरस के ज़रिए अपनी एंट्री मारने शुरू की।
वो कुछ ऐसी चीज भेजते जैसे ही आप खोलते तो उस वाइरस आपके कंप्यूटर में एंट्री मारते जैसे एंट्री मारते लोग लॉग इन करते हैं।उसके बाद ये बैठे बैठे इस स्पाई आइ के जरिए।आपके लॉग इन आईडी पासवर्ड । फिर उसके जरिये आपके बैंक की डिटेल कार्ड के डिटेल पिन। ये सारी जानकारी अब इनके पास आपका पूरा कंप्यूटर। आपका पूरे मोबाइल में जो सिस्टम है उस पे हम इनका कंट्रोल है।
तो एक बार वायरस के जरिए और इस स्पाइ आई के जरिए । वो सामनेवाले के कंप्यूटर में घुसते और उसकी सारी जानकारी चुरा लेते है। जब सारी चीज़े आ जाती, लॉगिन से लेकर पासवर्ड, यहाँ तक कि पिन भी ठीक है। आब सब कुछ आप ही तयार कर रहे हो। हम आप जैसे बैंक नेट बैंकिंग करते हैं तो कई बार हम लोग जब ट्रांजेक्शन करते हैं,
कुछ करते हैं तो एक पिन मांगा जाता है। जो हम रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर देते हैं तो यह इस तरह से हैक करते थे कि वो पिन और मोबाइल नंबर वो सारी चीजें भी अब उसी के पास आ रही है। इस तरीके से जब सारा कंट्रोल हो जाता तो सबसे लास्ट में ये उसके खाते को खाली कर देता। और धीरे धीरे इस तरह से। लोगो के अकाउंट खाली करता गया। 3 साल में सिर्फ 2009 से 2012 तक ।
एक डेटा निकाला गया तो पता चला कि कीमत जो है 4 बिलियन डॉलर के करीब है।तब इन दोनों ने ये तो किया ही, साथ में उन्होंने क्या किया कि इससे स्पाई आइ को ऑनलाइन डार्क नेट पे बेचना भी शुरू कर दिया, लेकिन यह शरीफों को नहीं भेजते थे।मुजरिमों को बेचते थे, खास तौर पे जो रशियन मुजरिम है। और अब वो लोग भी इसी तरीके से हैक करते हैं और पैसे कमाते।
तो जॉर्जिया में जब केस दर्ज हुआ उसके बाद एफबीआई की जांच लेगी। उसके बाद फिर Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) के बारे में पता चला। Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) के जरिए पैनन ( Trojan Aleksandr Panin ) के बारे में
पता चला। अब एफबीआई की टीम ने इंटरपोल को भी अलग अलर्ट कर दिया है। अब इनकी तलाश शुरू पर दोनों हाथ नहीं आ रहे हैं।2009 से शुरू हुआ था 2012 तक चला। इसके बाद अचानक। 2013 में।8 जनवरी 2013 Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) अपनी बीवी के साथ जिसके हाल में शादी हुई थी छुट्टियां मनाने मलेशिया गया था। मलेशिया से उसे वापस कायरा जाना था।
मलेशिया में उसने छुट्टी बनाई । अच्छा ये होशियार भी बहुत था ये कभी भी अपना फ़ोन 1 दिन से ज्यादा इस्तमाल नहीं करता था।सिर्फ सिम नहीं फ़ोन हर दिन फ़ोन बदलता। आइएमआइ नंबर चेंज हो जाता।इसके अलावा इसके जो भी इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं थी वो 24 घंटे से ज्यादा अपने पास नहीं रखता था ताकि भी इंटरपोल बाकी कोई उस पर नजर ही ना सके। सैटेलाइट फ़ोन का इस्तेमाल करता था।
अब ये सारी चीज़ो के बाद मलेशिया गया मलेशिया में बीवी के साथ छुट्टी मनाई। छुट्टी मनाकर इसको कायरा जाना है।लेकिन बीच में एक फ्लाइट चेंज करनी है और वो फ्लाइट चेंज होनी है। थाईलैंड से तो ये जब थाईलैंड में पहुंचता है तो थाईलैंड के एअरपोर्ट पर।ये उतरता है दूसरी फ्लाइट कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी थी लेकिन तब भी ।
Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) को पकड़ लिया गया ।
वहाँ के इंटरपोल ने पहले सेही इसके बारे में जानकारी पूरी दुनिया में दे रखा था तो इसी जानकारी के दम पर थाईलैंड के एअरपोर्ट पर हम्जा और उसकी वाइफ को रोक लेते हैं। उसके बाद वो पुष्टि करते हैं कि ये वही Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) है। जीसको इंटरपोल ढूंढ रही है।
जब उससे पूछते हैं वो बहुत ईमानदारी से अपना पूरा नाम बताता है और कहता है हाँ मैं वहीं हूँ। पर कहता है कि मेरे पत्नी का इसमें कोई वास्ता नहीं है।मेरी पत्नी को आप सफर जारी करने दीजिये । वो भी विरोध भी नहीं कर रहा है। गिरफ्तारी का मुस्कुरा भी रहा है। कह रहा मैं ही हूँ ।अच्छा इंटरपोल के जरिये जो वॉन्टेड है वो भी सिर्फ मैं हूँ। मेरी बीवी नहीं है क्योंकि उससे अभी मैंने शादी की है तो उन्हें भी लगता है।की लड़का बड़ा सीधा और शरीफ है । इंटरपोल वाले कहते है ठीक है आप अपने बीवी को कहिये कि वो अपने सफर जारी रखे औरबीवी वहाँ से अगली फ्लाइट से जिससे उसको आना था, उसी फ्लाइट से कायरा भी पहुँच जाती है अपने घर
इनको वहाँ पर रोक लिया जाता है। अब Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) थाई पुलिस के कब्जे में 8 जनवरी को पकड़ा गया था। स्वर्णभूमि एअरपोर्ट पर पकड़ा गया था। इसके बाद वहाँ पर रखने के बाद अब थाईलैंड और यूएस के बीच में प्रत्यर्पण संधि मतलब एक दूसरे के मुजरिमों को जिसकी तलाश आम भेज सकते हैं । तो अब थाईलैंड ने पकड़ा हम्ज़ा ( Hamza Bendelladj ) को उस के बाद कोर्ट में ले गए। इधर अमेरिका को जानकारी दी गई इंटरपोल के जरिए अमेरिका से एफबीआई की टीम थाईलैंड आई की एक ऐसा शख्स जिसने 60 मिलियन कंप्यूटर को हैक किया। अमेरिका के करीब चार मिलियन डॉलर लोगों के लूट लिए। बैंक के लूट लिए। अब इतना वॉन्टेड क्रिमिनल यहाँ पे पकड़ा गया, भागी भागी टीम आयी। अदालत में गयी। अदालत में सारे कानूनी कार्रवाई पूरी हुई और उसके बाद 2 में 2013 को
Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) को एफ़बीआई के पास सोप दिया ।
थाईलैंड से Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) को एफबीआई की टीम अपने साथ लेकर अमेरिका पहुंची अटलांटा । लाने के बाद उसके ऊपर मुकदमा चलना शुरू हुआ।
26 जून 2015 को 2 साल तक मुकदमा चला 26 जून 2015 को अटलांटिक एक अदालत ने । जॉर्जिया | हमजा को गुनाहगार ठहराया इन तमाम ठगी के लिए। और ये एफबीआई ने जो रिपोर्ट दी वो ये थी की कुल 217 बैंको से चार बिलियन डॉलर इसने चुराये हैक करके ।217 बैंक 4 बिलियन डॉलर रकम बड़ी जुर्म भी बड़ा ।
लेकिन इत्तफाक से इस फाइनैंशल (आर्थिक) घोटाले करप्शन चोरी हैक करना पैसे निकालना।इसके लिए अमेरिका में यह शायद दुनिया में भी कही पे मौत की सजा नहीं है ।इसको व्हाइट कॉलर क्राइम और ये है की ये बहुत ही ज्यादा संघिन नहीं है तो इसके लिए मौत की सजा नहीं है।तो ही चीज़ है Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) के काम आई अदालत ने 2015 मैं Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) को उसके तमाम जुर्मों के लिए।
15 साल कैद की सजा सुनाई। और करीब 90 या । एक मिलियन डॉलर का जुर्माना ।अब Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) जेल में पहुँच गया। इस दौरान में अब पुलिस की टीम उसके साथ ही पैनन ( Trojan Aleksandr Panin ) इनकी तलाश कर रही।
हम्जा की गिरफ्तारी के 1 साल के बाद ।1 जुलाई 2013 को अब पैनन ( Trojan Aleksandr Panin ) पकड़ा गया और ये पकड़ा गया ऐटलांटा इंटरनेशनल एअरपोर्ट से ही किसी और शहर में जा रहा था। तो अब दोनों जिन्होंने अमेरिका के 217 बैंक। जिनोने लूटे। वो दोनों पकड़े गए। पैनन ( Trojan Aleksandr Panin ) को 9 साल कैद की सजा हुई क्योंकि पेनन ने अमेरिका को कम नुकसान पहुंचाया था। उसने बाकी देशों में ज्यादा धोखाधड़ी की थी, लेकिन Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) ने सारे घोटाले अमेरिका और अमेरिकियों के ही किये थे । उसको 15 साल की सजा हुईं। अब दोनों जेल में हैं। इसी दौरान में क्या हुआ कि सोशल मीडिया पर ये खबर आ गई?
इसी Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) को यानी के। जो मुस्कुराता हुआ हैकर (happy Hacker ) |इसकी एक तस्वीर आई। कि सारे घोटाले के चक्कर में उसको फांसी दे दी गई। और बड़ा इसके ऊपर सोशल मीडिया पर एक मोहिम चल गई क्योंकि उसमें खबरें आने लगीं कि Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) जो है ।वो एक रॉबिनहुड था। अमीरों को लूटता था, गरीबों को बांटता था। बहुत सारे ऐसी खबरें गल्फ में आने लगी। मिडल ईस्ट में की ये इतने पैसे लूटता बल्कि
इसने कई इजरायली बैंको को भी और इजरायली को भी हैक किया और वो ज्यादा तर पैसेफिलस्तीन में या फिर अफ्रीकी मूल के मुसलमान और मुस्लिम संगठनों को दान करता था।तो अचानक अल्जीरिया में भी हीरो बन गया, उन देशों में भी हीरो बन गया और कहा गया कि आप 4 बिलियन डॉलर और उसमें से कई मिलियन डॉलर दान कर दिए।
अब इसकी भी एफबीआई जांच की। लेकिन जब जांच मे तो कोई सबूत मिला ही नहीं की। आखिर जो इतने पैसे थे वो गए कहा।और इसने कोई दान किया तो उसका भी कोई सबूत नहीं मिला तो फिर ये लगा की ये सारी चीजें भ्रामक है, इसमें सच्चाई नहीं है।और इसने ऐसा कोई दान नहीं किया। फिर इस से पूछा गया जब ये थाईलैंड एअरपोर्ट पर पकड़ा गया तब थाई पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ कीतो उसने कहा तुम इतने सारे पैसे इतनी कम उम्र करते क्या हो तो उसने कहा, मेरे दो ही शौक है एका
Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) को पूछा गया इस अपराध की वजह ।
बिज़नेस ऑर फर्स्ट क्लास में ट्रैवल करना जो मेरा सपना था एक देश से दूसरे देश और दूसरा महंगी से महंगी जगहों पर रहना, जिसका किराया बहुत ज्यादा हो । और अच्छी जिंदगी जीना ।तो इसके लिए मैं ये सारी चीजें करता हूँ और जितनी जरूरत होती है उतने लोगों के उतने बैंक उस वक्त एक साथ नहीं करता हूँ हैक तो
सबको करके रखता हूँ। लेकिन जब भी मुझे पैसे की जरूरत होती है क्योंकि उस पे उसका पूरा कंट्रोल में है पूरा अकाउंट उस दिन मैं क्लिक करता हूँ और
जो पैसे है वो ट्रांसफर निकाल करके ट्रांसफर कर देता हूँ। दूसरी जगह पे तो जरूरत के हिसाब से
जरूरत वो खुद तय करता, लेकिन उसने कहीं भी यह नहीं बताया कि उसने फिलिस्तीनी अफ्रीकी देशेमे में मदद की। उसने इस बात से इनकार किया। एफबीआई की भी अपनी रिपोर्ट आई। उसमें ये कहा गया कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिले हैं कि Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) एक रॉबिनहुड या बहुत बढ़िया इंसान था। वो एक हैकर था, एक चोर था और उसको 15 साल की सजा मिली तो इसी दौरान में एक फांसी की तस्वीर आ गई।
वो तस्वीर असल ईरान में दो लोगों को फांसी दी गई थी और उन दो लोगों को फांसी दी गई। उन दो की जगह पे Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) और पैनन ( Trojan Aleksandr Panin ) ये जो दोनों पकड़े गए थे इनकी तस्वीर चिपका दी गई थी और ये दिखाया गया कि अमेरिका ने इनको फांसी दे दी गई। बाद में अल्जीरिया में अमेरिका के एक ऐंबैसडर थे। उनको सफाई देनी पड़ी कि भाई हम फांसी नहीं दे सकते क्योंकि जो ये जुर्म है साइबर जो लॉ उनके यहाँ ये जो फाइनैंशल घोटाले चोरी है, इसके लिए हमारे यहाँ पनिशमेंट डेथ पेनल्टी है ही नहीं तो हम कैसे दे सकते है?
तो फिर जाकर ये मामला रुका और ये कहा गया वरना एक मुहिम चल गई थी कि नहीं नहीं फांसी नहीं होनी चाहिए और ये बाद में चला वो फेक नहीं।उसका तो आज की सच्चाई यह है कि इस वक्त का इस दौर का जो सबसे बड़ा हैकर Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) ।वो अमेरिका में अटलांटा में जेल में बंद है, 15 साल की सजा काट रहा है, 15 साल 2022 हो चुका है 8 साल और यानी कीसबकुछ ठीक रहा तो 2030 तक रहेगा, 30 के बाद बरी हो जाएगा। हो सकता है उससे पहले भी बरी कर दे। अगर कुछ कानून वहाँ बीच में आ जाती है तो।और पैनन ( Trojan Aleksandr Panin ) वो भी जेल में है 2024 में वो बाहर निकलेगा ।तो ये थी कहानी एक ऐसे हैकर की जिसकी उम्र सिर्फ 24 साल लेकिन 24 साल की उम्र में ही चार बिलियन डॉलर उड़ा लिए।
तो ये थी आज की कहानी Story Of Happy Hacker की ।
निष्कर्ष :
तो ये थी कहानी Story Of Happy Hacker : Hamza Bendelladj(हम्ज़ा बिनदिलाज़) की , हम्जा के सच्चाई की ।
तो बस यही थी आज की कहानी Story Of Happy Hacker ।