Story Of Kundanbagh Haunted House in Hyderabad : एक चोर ने कैसे हैदराबाद के हौंटेड हाउस को जनम दिया?

Story Of Kundanbagh Haunted House in Hyderabad : एक चोर जो चोरी करने गया और तीने लाशोका गवाह बन गया जिस पर पोलिस  यकीन नहीं करना चाहती थी ।

तो नमस्कार दोस्तो भारत मे बहोत सारे haunted places (हौंटेड जगह ) है और उनकी कहानीया है । तो आज वैसे ही एक हौंटेड घर
(कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House)) की कहानी आज हम आप के सामने पेश करने जा रहे है । जिसमे पहले तो चोर चौक जाता है , फिर पुलिस चौक जाती है , फिर आस पास के लोग चौक जाते है ये सब ,
आज की Story Of Kundanbagh Haunted House in Hyderabad कहानी मे ।

कहानिकी शुरवात । 

बात 2002 की है।

लेकिन ये कहानी आज भी जिंदा है, खासतौर पर सोशल मीडिया और पुलिस के पन्नों में भी, क्योंकि पुलिस अब भी इस कहानी को लेकर परेशान हो गयी है। क्यों हो रही है आगे बताऊँगा। 2002 शायद सितंबर का महीना था। हैदराबाद में एक पॉश एरिया है कुंदनबाग(Kundanbagh ) । यहाँ आसपास में कॉलेज भी हैं, मंदिर भी है। इसके अलावा भीड़भाड़ भी है और एक महंगा इलाका है। अमीर लोग भी रहते हैं लेकिन मिक्स पॉपुलेशन भी है ।

तो इसी कुंदनबाग(Kundanbagh) में एक कोठी है दो मंजिला |

Story Of Kundanbagh Haunted House in Hyderabad

कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) की कोठी

चोर ने क्या देखा ?

सितंबर का महीना था। एक चोर रात के वक्त इस कोठी के अंदर बड़ी खामोशी से खिड़की के रास्ते दाखिल हो जाता है। अंदर घुसता है चोरी की नीयत के इरादे से। अंदर जाता है। कुछ कमरे से होते हुए क्योंकि दो मंजिला ये मकान है। उसके बाद आना बेडरूम में पहुँचता है। उसके बाद आना बेडरूम में पहुँचता है। तो इस चोर की हालत खराब हो जाती है ।

आया तो बुरी नीयत से था । हो सकता है उसे कोई चोरी करने से रोक था तो उस पर हमला भी करता क्योंकि अमूमन कई बार चोर। जानलेवा हमला भी कर देते है । तो चोर का भी शायद कुछ ऐसा ही इराधा हो । मोहम्मद साजिद नाम था इस चोर का। तो साजिद घर में घुसता है। तमाम कमरों से होते हुए कहा पे कीमती सामान पैसे होंगे ढूँढते ढूँढते? वह बेडरूम की तरफ बढ़ता है। जैसे ही बेडरूम में दाखिल होता है तो क्या देखता है? कि बेडरूम में बेड पर तीन लोग पढ़े हुवे है ।

एक महिला और दो बेटियां हैं उसकी। पहले तो वो डरता है फिर सोचता है कि सो रहे होगे लेकिन एक अजीब सी बदबू भी आयी। फिर वो करीब गया। बड़े दबे पांव से उसने। नजदीक से जाकर देखा। जब नजदीक से जाकर देखा तो लगभग उसकी चीखें जो है वो घुटकर रह गई। क्योंकि वो सो नहीं रही थी। उन तीनों की बॉडी को देखकर उसे लगा कि इनको मरे हुए काफी टाइम हो गया।

बदहवास चोरी की नियत से गया एक चोर कमरे में तीन लाश उसके सामने पडी हुई है । उल्टे पैर भागता है, कोठी से बाहर निकलता है।बाहर निकलने के बाद थोड़ी देर तक खुद को संभालता है। उसे लगता है ये क्या हो गया? जो कुछ देखा उसे खुद पर यकीन नहीं हो रहा है और किसी को पता नहीं। अच्छा वो इस घर की बड़े दिन से निगरानी कर रहा था की यहाँ चोरी करनी है उसे पता था कोठी है, पैसे होंगे, जेवर होंगे। और उसे कोई ऐसी भी चीज़ नजर नहीं आयी। मौका मिला उस दिन खिड़की से कूद कर अंदर घुस गया।

अब अंदर से जो कुछ देखा बाहर आने के बाद बंड़ी मुश्किल से उसने अपनी सांसें संभाली, खुद को नॉर्मल किया, इसके बाद सोचा अब क्या करूँ, क्या करूँ? उसे ये डर भी था कि घर से निकला और किसी ने देख लिया कल को पकड़ा गया तो क्या होगा? आखिरकार उसने तय किया कि वो पुलिस स्टेशन जाएगा। अब एक चोर।

चोर खुद पुलिस स्टेशन गया । 

जो चोरी के मकसद से घर में गया, लेकिन चोरी नहीं की।फिरभी वो पुलिस स्टेशन जा रहा है ताकि अपने आप को बचा सकें।

पुलिस स्टेशन जाता है बदहवास। और पुलिस स्टेशन जाने के बाद वो पुलिस से कहता है। की मैं कुंदनबाग की एक कोठी में चोरी करने के लिए गया था। लेकिन वहाँ घर में तीन लाशें पड़ी है। अब पुलिस भी सुनकर हैरान हो जाती है। पुलिस फौरन पहले तो उस चोर को दबोच ती है। क्योंकि पुलिस का पहला ख्याल यही था। मन मै की ये चोर है चोरी करने गया, शायद नाकाम हो गई और उसने कत्ल कर दिया।

अब चोर को पकड़कर पुलिस की एक पूरी टीम कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) की उस कोठी में पहुंचती। कोठी में पहुंचने के बाद पुलिस सबसे पहले उस रूम में जाती है जहाँ चोर ने बताया | की वह देखती है की बेड पर तीन लाशें पड़ी है। बुरी तरह डीकंपोज लगबग सड चुकी है |

कमरे को और बारीकी से मुआयना करती है। पुलिस तो देखती है की अलमारी में जो कपड़े रखे थे, वो इधर उधर बिखरे पड़े है । चेकबुक थे वह फर्श पर पड़े है कुछ और डॉक्यूमेंट्स थे वो इधर उधर पड़े हैं। घर में एक सेंट्रो कार थी, वो बाहर खड़ी है।

और ऐसी कोई चीज़ नजर नहीं आई। पुलिस ने फौरन तीनों डेड बॉडी को अपने कब्जे में लिया और हॉस्पिटल भेज दिया। अब चोर पुलिस के कब्जे में सुबह होते होते यह बात फैल गई। कुंदनबाग के ईलाके में की यहाँ तीन कत्ल हुवे है और एक चोर जो है वो पकड़ा गया है । अब पुलिस का सारा शक इसी चोर पर हैं।

कि इसी चोर ने चोरी में नाकामी होते हुए या विरोध करने पर उन तीनों को मार डाला। और वो चोर बार बार पोलिस को ये कह रहा है को में बेकसूर हूँ, मैं चोर जरूर हूँ, चोरी करने गया, चोरी की भी नहीं, जो हालत देखी में भागकर सीधे आपके पास आया | पुलिस उसकी बात पर यकीन नहीं कर रही है।

पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट मे क्या आया ?

खैर, इसके बाद लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। अब जब पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आई। तो इस बार चौंकने की बारी पुलिस को थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक इन तीनों की मौत करीब तीन महीने पहले हो चुकी थी। सितंबर के हिसाब से जून के महीने में फिर पुलिस ने अंदाजा लगाया | उस घर में एक आखरी अखबार मिला जो 21 जून का था। इस से अंदाजा लगाया गया की 21 जून से पहले ही इन लोगों की मौत हो गई।

अब यहाँ पे चोर बेगुनाह साबित हो गया क्यों? क्योंकि चोर एक रात पहले उस घर में दाखिल हुआ जबकि उस घर के तीन लोगों की मौत तीन महीने पहले हुई। तो चोर जो कुछ कह रहा था, इसका मतलब है सच कह रहा था। तो इसलिए चोर को उस घर में घुसने की गलत तरीके से चोरी के मक्सद से।

उस मामले में उस धाराओं के साथ तो गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन तीन कत्ल के इल्ज़ाम से उसको पुलिस ने बरी कर दिया। अब लेकिन सवाल ये था कि इन तीनों की मौत कैसे हुई? पुलिस दोबारा घर जाती है, तफ्तीश करती है, घर के अंदर जब तलाशी लेती है तो अजीब अजीब चीजे मिलती है पुलिस को । एक काला जादू की किताबें मिलती है।

कुछ भूत प्रेत के उस टाइप की चीजों की किताबें मिलती है। उसको देख के लगा की कुछ अंधविश्वास टाइप की चीजें एक फिनाईल की बॉटल भी मिलती है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट जब आती है तो मौत की वजह जब उसमें लिखी थी, उसमें ये था की कोई पॉइजन की वजह से इन तीनों की मौत हुई है।

अब फिनाईल की एक बॉटल थी तो पुलिस को यहीं लगा कि इन तीनों ने फिनाईल की बोतल पी ली है । लेकिन सवाल यह है कि अगर इन तीनों ने अपनी मर्जी से पे खुदकुशी की तो उसकी वजह क्या है? अब पुलिस को पूरे केस की जानकारी हासिल करनी थी।

लेकिन सवाल यह है कि अगर इन तीनों ने अपनी मर्जी से पे खुदकुशी की है तो उसकी वजह क्या है? अब पुलिस को पूरे केस की जानकारी हासिल करनी थी। इधर इन तीनों की मौत की खबर सुनते ही कुंदनबाग के उस इलाके में अचानक लोग सहम गए। डर गए।

पड़ोसियों का बयान ।

पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ करने का फैसला किया। अब जब पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ करना शुरू किया तो खुद पुलिस ही हैरान  हो कर रह गई।  पड़ोसियों का बयान ये था  कि लोग यह मानने को तैयार ही नहीं थे कि इस घर में रहने वाले इन तीन लोगों की मौत तीन महीने पहले हुई है। क्यों?

जितनी लोगों ने पुलिस को स्टेटमेंट दिया, उनमें से कुछ ने कहा कि हमने परसो ही रात उन तिनो को देखा था। कुछ ने आखिरी जीस रात चोर घुसा था उस रात की भी गवाही दी। क्या हमने इन तीनों को बाहर घर के बाहर टहलते देखा रोड पर देखा। अब पुलिस कह रही है क्या पागलपन है?

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट डेड बॉडी की हालत बता रही है की मौत को तीन महीने हो चुके हैं। है ये कह रह है की हमने कल, परसों तरसो पिछले हफ्ते भी देखा। सारे पड़ोसियों के जब बयान दर्ज किए गए तो उन बयान का जो निचोड़ निकला वह यह निकला।

की इस घर में एक माँ और एक दो उनकी दो बेटी रहती थी? माँ का नाम जया प्रदा उम्र करीब 56 साल वो अजीब बरताव करती थी। हर शाम को जब सूरज डूब जाता | तो वो कैंडल लेकर अपनी दोनों बेटियों के साथ उस घर के चक्कर काटती ।

Story Of Kundanbagh Haunted House in Hyderabad

कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House)

उसके बाद वो सड़क पर भी लेकर निकलती कैंडल। उनके बच्चों के हाथ में एक बॉटल होता।

कहते है की लोगो ने जो देखा चश्मदीदों ने उन्होंने कहा कि उस बोतल में हमेशा उन्होंने ब्लड देखा क्योंकि वो लाल रंग का था। अब ये किसी को पता नहीं की वो लाल रंग पानी में लाल डाला गया था या वाकई खून है? लेकिन उनका कहना था कि वो उस औरत की अजीबोगरीब हरकत थी।

वो हर रोज खिड़की के पास भी केंडल लेकर खड़ी होती है और उसके बच्चे हाथ में खून की बॉटल लेकर और जो पड़ोसी गुजरते हैं, उनको बड़ी अजीब नजरों से घूरती। वो सड़क पर भी इसी तरीके से निकलती घर के चक्कर काटते केंडल को लेकर। लोग बड़े खौफजदा रहते हैं उससे। अब सवाल ये था की वो औरत और उसकी कहानी क्या थी? तो पता चला की।

इस औरत की शादी काफी पहले हुई थी और ये उसी आंध्र प्रदेश की रहने वाली थी। नाम था जाया प्रदा ।लेकिन बचपन से उसकी दिमागी हालत थोड़ी सी ठीक नहीं थी। हालांकि बहुत ही अमीर और अच्छे घर से थी। जब बड़ी हुई तो एक अच्छा ही लड़के को देखकर घरवालों ने उसकी शादी कर दी, लेकिन वो जो उसकी दिमागी परेशानी थी, मानसिक हालत ठीक नहीं थी। ये उन्होंने लड़की और लड़के के घरवालों से छुपाई। और शादी कर दी । इसके बाद कुंदनबाग(Kundanbagh ) जैसे इलाके में एक कोठी दी। उस कोठी में ये मिया बीवी रहते फिर उनके दो बच्चे हुए। दोनों लड़कियों।

पति को शादी के बाद ये एहसास होना शुरू हो गया कि उसकी बीवी जो है वो मेंटली पूरी तरह से फिट नहीं, अजीब अजीब हरकतें करती है। इस बीच में फिर उसे। सारी कहानियाँ घरवालों के जरिए पता चली कि उन्होंने छुपाया। पति पत्नी के बीच में झगड़ा होता है, उसकी दिमागी हालत की वजह से भी।आखिरकार इतनी लड़ाई झगड़ा हुई। की। दोनों पति पत्नी अलग हो गए।

पति ने उसे तलाक दे दिया और वो उस घर को छोड़कर अलग चला गया। दोनों बेटियां अब माँ के साथ थी। और माँ के साथ रहने लगी अब जो माँ का मिज़ाज है और वो सारी चीजें थी। धीरे धीरे बेटियों में भी आने लगी। माँ के हुक्म पर बेटियां भी वो सब कुछ करने लगी। पड़ोसियों के बयान के हिसाब से इनके घर के पास जो। कूड़ाघर था जहाँ कूड़ा ये फेंकते थे | मुश्किल से वॉकिंग डिस्टेन्स 2 मिनट का था।

लेकिन माँ बेटी कूड़ा फेंकने के लिए भी घर से अपने सेंट्रो कार में लेकर निकलती थी। सिर्फ 2 मिनिट के फासले पर जाने के लिए। इनके घर से यह भी पता चला एक और लेटर मिला जो उन्होंने प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया को लिखा था और प्राइम मिनिस्टर ऑफ इंडिया को और उसमें लिखा था कि हमें खतरा है हमें सुरक्षा दी जाए। तो ये सारी चीजे हे घर में मिली वो |

भूत प्रेत । और उसके और ये सारी आत्माओं की किताबें। कैंडल लेकर घर के चक्कर लगाना , खून की बोतलों के साथ बच्चों का निकलना खेलना। ये सारी चीजे कहीं ना कही इशारा कर रही थी कि इस घर में रहने वाले लोगों की मानसिक हालत पूरी तरह ठीक नहीं थी। लेकिन पुलिस यह यकीन करने को तैयार नहीं थी कि जिन लोगों की मौत तीन महीने पहले हुई है, उसे पड़ोसी 24 और 48 घंटे पहले तक केसे जिंदा देख रहे थे। उसी इलाके में टहलते हुए घूमते हुए।

लेकिन पुलिस को ये भी समझ में नहीं आ रहा था की 1-2-3 पड़ोसी ऐसा करे। सारे के सारे पड़ोसी जो है एक ही तरह के बयान दे रहे हैं। फिर ये भी लगा कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि इस प्रॉपर्टी को लेकर भी इस हॉन्टेड प्लेस(Haunted place) घोषित करने या इस घर वालो को या घर को डराने के लिए कई बार ऐसा होता है की ये साजिश तो नहीं है? लेकिन पता चला हे ऐसी कोई साजिश नहीं है। फिर पुलिस ने जांच की तो पता चला कि कुछ साल पहले वहीं पे एक कॉलेज है। उस कॉलेज के कुछ स्टूडेंट्स ने भी कंप्लेन की थी। इस कोठी में रहने वाले लोगों के खिलाफ की रात को ये

लोग अजीब अजीब तरीके से हरकतें करते हैं। खून की बॉटल लेके बच्चे घूमते हे, केंडल जलाते है। पुलिस तो खैर उस पे लगा की ये सब ऐसी चीजें हैं तो ध्यान नहीं दिया। लेकिन अब लाश मिलने। और पड़ोसियों के बयान ने पुलिस को उलझा कर रख दिया। लेकिन कानून कानून है। भूत प्रेत में विश्वास रखते नहीं है, उसे तो सबूत चाहिए। तीन महीने तक पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच की। तमाम डॉक्टरों के ओपिनियन लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर दोबारा ओपिनियन लिया गया।

और फिनाईल की बोतल के जरिये ये फिर पुलिस ने इस्टैब्लिश किया।

पुलिस ने क्या कहा ?

इन तीनों की मौत किसी और वजह से नहीं हुई। तीनों ने फिनाइल पी थी और उसकी वजह से मौत थी। और ये है कि इन लोगों की जेहनी हालत मानसिक हालत ठीक नहीं थी। ये कहकर पुलिस ने करीब तीन चार महीने बाद इस केस को क्लोज़ कर दिया। इसमें कोई? फाउल प्ले। या कत्ल हुआ है, ये सारी चीजें पुलिस ने नहीं मानी।

अब पुलिस ने ही अपनी तरफ से तो केस क्लोज़ कर दिया लेकिन लोगों की बातें लोगों के जो मन में आया वो चलती रही। कहानियाँ बनती रही। धीरे धीरे आलम ये हुआ कि जब न्यूस पेपर और बाकी जगहों पर ये खबरें आई। तो कुंदनबाग(Kundanbagh ) की। यह कोठी एक टूरिस्ट स्पॉट बन गया। लोग दूर दूर से देखने आने लगे। पास में एक डिग्री कॉलेज है । वहाँ से भी। जो बच्चें पढ़ते है।

वो आने लगे, हॉस्टल है। और रात को भी आने लगे। लेकिन फिर वक्त बीतने के साथ साथ कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) की यह कहानी है। मिस्ट्री धीरे धीर एक तरहासे गुम होती गई। इस पे बातें कम होने लगी। लेकिन अचानक, 2016 के बाद। सोशल मीडिया के दौर में जब ये सारी यूट्यूब से लेकर बाकी चीजें आयीं। तो बहुत सारे हॉन्टेड प्लेस(Haunted place) और इसकी बातें होने लगीं तो कुछ लोगों ने डाल दिया कुंदनबाग(Kundanbagh ) इंडिया का एक।

बड़ा हॉन्टेड प्लेस(Haunted place) इसी कोठी को लेकर।

Story Of Kundanbagh Haunted House in Hyderabad

कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House)

अब जब ये डाला तो लोगों को में फिर से एक बार ये कहानी जिंदा हो गई। अब क्या हुआ की इस डिग्री कॉलेज में जो हॉस्पिटल में बच्चे रहते हैं उन तक यह बात पहुँची? अब वो खास तौर पर वीकेंड सैटरडे फ्राइडे नाइट और सेटरडे नाइट। उन्होंने कहा बहुत से डरते नहीं है। ये लोग पहुंचने लगे उस कोठी के पास। कुछ लोगों ने तो जबरन उस कोठी में घुसने की कोशिश की। कोठी के अंदर गए बाहर निकलकर पोस्ट करना शुरू किया। अंदर गए अंदर में कुछ नहीं है और यहाँ कोई भूत प्रेत नहीं है।

शुरू किया। अंदर गए अंदर में कुछ नहीं है और यहाँ कोई भूत प्रेत नहीं है। कहीं जाकर शोर शराबा करने लगे। चिल्लाने लगे भूत हो तो बाहर आओ। अब इससे पड़ोसियों को डिस्टरबेंस होने लगा। आखिरकार पड़ोसियों ने पुलिस को कंप्लेन की। नौबत ये आ गई कि वीकेंड पे पुलिस को इस कोठी के आजूबाजू मै बेरिकेड्स लगानी पड़ी।

और एक एक दिन में 50-50 स्टूडेंटस को पुलिस ने गिरफ्तार किया। सिर्फ किसी के प्रॉपर्टी में इल्लीगल घुसने के लिए पड़ोसियों को डिस्टर्ब करने के लिए शोर शराबा करने के लिए। और फिर उन्हें वार्निंग देकर छोड़ा भी गया। लेकिन यह सिलसिला लंबा चलता रहा। हर वीकेंड पे लोंग वहाँ पहुँच जाते। दिन में भी लोग इस कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) की कोठी का इतणा ज्यादा प्रचार हुवा की लोंग वहाँ पहुँच जाते पुलिस परेशान यहाँ तक की पुलिस को ये बयान जारी करना पड़ा। पोस्टर निकालने पड़े। की कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) कोठी इज  नॉट हॉन्टेड प्लेस(Haunted place)।

ये कोई हॉन्टेड प्लेस(Haunted place) नहीं है। लेकिन लोग फिर भी नहीं माने। आने ले शुरुआत हो गई। बड़ी मुश्किल से धीरे धीरे पुलिस ने वहाँ पे उन लोगों को रोका। कुछ जो पड़ोसी थे, डिस्टर्ब हो रहे थे, उन्होंने अपने प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड रखे ताकि ऐसे लोगों को वहाँ से दूर रखा जा सके। रात को वो डिस्टर्ब ना हो। फिर उन्हें दूर किया गया।

लेकिन आज भी कुंदनबाग के आजूबाजू जो लोग रहते हैं उनका यही कहना है। की ? जो तीनों की मौत हुई थी और जो पुलिस ने मोत की तारीख बताई उससे पहले तीनो को हर दिन रात को देखा।

और उन्हें यकीन नहीं है कि इनकी मौत तीन महीने पहले अगर वो मौत पहले हुई तो फिर ये किस को देखा वो गाड़ी में कूड़ा फेंकने कौन जाता था, उनके घर पे कोई कमाने वाला नहीं था। वो लोग जिंदा कैसे रहते थे, कोई अर्निंग नहीं थी। उनके घर में ना केवल ना कुछ सिर्फ एक चीज़ थी इलेक्ट्रिसिटी और ये भी कहते हैं कि इलेक्ट्रिसिटी का बिल उन्होंने एडवांस में दे रखा था। अब बड़े कम ऐसे लोग होते हैं जो बिजली का बिल एडवांस में दे देते है। हम लोग महीने में जब भी बिल आता है तब देते हैं तो इसलिए बिजली कटी नहीं। बाहर से बाकी कोई चीज नहीं आती थी।

कमाने वाला भी कोई नहीं था। किसी से मिलना जुलना कोई मेहमान भी नहीं आता था। वहीं तीन रहते थे और तीनों की अजीब हरकतें थी।और आखिरी वक्त तक पड़ोसी उन्होंने तीनों को देखा।उसी पाबंदी रूटीन के साथ रात को मोमबत्ती लेकर बच्चों को बोतलों के साथ। हालांकि कई कहानियाँ ये भी आई कि उन वोटरों में उन्हीं बच्चों के पिता का कौन था उसकी उनकी माँ नहीं माँ डाला और उसके बाद रखा था, लेकिन यह सब बकवास थी।

कई लोग उसके बाद इस हॉन्टेड प्लेस(Haunted place) पर गए और उन्होंने फिर।कायदेसे से जो पुलिस ने बयान जारी किया कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) की सच्चाई है क्या?इन तीनों की मौत कैसे हुई? और क्या वाकई वहाँ भूत प्रेत है? और लोगों ने जो देखा वो सच है तो सारी जो कहानी आई वहीं आयी। की इन तीनों की मौत कानून की नजर में फिनाइल पीने से हुई। पहली चीज़ दूसरी चीज़ इनकी मौत जब चोर ने डेड बॉडी देखी।

उसे तीन महीने पहले हो गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत बताया। बॉडी को देख कर के कब हुई होगी तो लगभग तीन महीने पहले। तीसरी चीज़। हाँ, जो जयाप्रदा थीं, उनकी बचपन से मानसिक हालत ठीक नहीं थी। ये फेक्ट है उनके घरवालों ने बताया और इसलिए वो अजीब अजीब हरकतें करती थी। तो उसका भी भूत प्रेत से कोई लेना देना नहीं था।

अब सवाल यह है कि जो लोगों ने रात को देखा, जो दावा कर रहे थे वो कितना सच है? बस वहीं पे आके मामला रुक जाता है। बाकी हर चीज़ का कानून में जवाब दिया की एक सूइसाइड केस है जहनी हालत ठीक नहीं थी लेकिन पुलिस भूत प्रेत की चीजों को नहीं मानती। बहुत सारे लोग पुलिस की आँखों में धूल झोंककर उस कोठी के अंदर भी गए। उन्हें भी कुछ नहीं हुआ।

लेकिन हुआ ये कि इन सारी कहानियों की वजह से कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) की ये कोठी? दोबारा आबाद नहीं हो पाए। इस कोठी का कोई खरीदार भी नहीं मिला। अगर ये था की प्रॉपर्टी के लिए कहानी गढ़ी गई तो अब तक तो इसको कोई खरीद दार भी नही मिला । ये कोटी आज भी है। जंगल उग चुका है बाकी चीजें है ।

लेकिन कोठी वही ही है, हालांकि। इसका कोई खरीदार नहीं है, ना ऐसे कभी।धाकर किसी ने दोबारा बनाने की अभी तक कोशिश की? आगे क्या होगा पता नहीं। तो ये थी कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) हैदराबाद की इस कोठी की कहानी।

जहाँ एक चोर चोरी करने के लिए जाता है और चोरी के चक्कर में तीन लाशों का गवाह बन जाता है और फिर कोठी के अंदर की कहानी दुनिया के सामने आती है। जैसे बहुत सारे लोग इंडिया के सबसे बड़े हॉन्टेड प्लेस(Haunted place) में से एक कहते हैं। लेकिन असल में यह है नहीं हॉन्टेड प्लेस(Haunted place) |

तो ये थी भारत के एक haunted places (हौंटेड जगह ) Story Of Kundanbagh Haunted House in Hyderabad की कहानी ।

Son returned after death : बाप ने अपने बेटे की चिता को आग लगाई फिर कैसे बेटा पोलिस के सामने आया ?

ये कहानी पढ़नेके लिये यहा क्लिक करे । 

निष्कर्ष :

तो ये थी Story Of Kundanbagh Haunted House in Hyderabad की कहानी जिसमे आप ने देखा की कैसे एक चोर चोरी करने जाता है । और तीन लाशोका गवाह बनता है । और वो चोर कुंदनबाग(Kundanbagh Haunted House) को जन्म देता है ।

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